नयी दिल्ली, 15 फरवरी (भाषा) भारत ने मंगलवार को अपने खिलाफ ‘प्रेरित’ टिप्पणी करने पर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि निहित स्वार्थ के लिए ओआईसी का दुरुपयोग किया जाना जारी है। टिप्पणी के एक दिन बाद भारत ने समूह पर ‘सांप्रदायिक मानसिकता’ रखने का आरोप लगाया।
एक दिन पहले ओआईसी ने हरिद्वार में नफरत वाले भाषण और कर्नाटक में ड्रेस विवाद को लेकर चिंता जताई थी। ओआईसी महासचिव की ओर से जारी बयान में सोशल मीडिया पर मुस्लिम महिलाओं के उत्पीड़न की कथित खबरों पर भी चिंता जताई गई थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत के खिलाफ अपने नापाक प्रचार को आगे बढ़ाने और निहित स्वार्थ के लिए ओआईसी का ‘दुरुपयोग’ जारी है। उन्होंने कहा कि भारत से संबंधित मामले में ओआईसी के सचिवालय की ओर से एक और प्रेरित और भ्रामक बयान जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि ओआईसी सचिवालय की सांप्रदायिक मानसिकता उसे वास्तविकता के उचित मूल्यांकन की अनुमति नहीं देती।
प्रवक्ता ने कहा कि इससे नुकसान केवल ओआईसी की प्रतिष्ठा को पहुंचा है। बागची ने यह भी कहा कि भारत में संवैधानिक ढांचे और लोकतांत्रिक लोकाचार के अनुरूप ऐसे मसलों को हल किया जाता है। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत को अच्छी तरह जानते हैं उन्हें हकीकत के बारे में उचित समझ होगी।
एक दिन पहले कर्नाटक के कुछ स्कूलों में ड्रेस विवाद को लेकर ओआईसी के महासचिव ने भारत से एक बार फिर मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा, संरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया था।
भाषा संतोष सुरेश
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