शिमला, चार मार्च (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को वन विभाग को वन क्षेत्रों के संवर्धन एवं संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करने तथा इस उद्देश्य के लिए महिलाओं, युवाओं, स्वयं सहायता समूहों और उद्यमियों को शामिल करने के निर्देश दिए।
सुक्खू ने वन विभाग की विभिन्न योजनाओं एवं परियोजनाओं की समीक्षा करने के दौरान ये निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी सेवाओं के लिए मुआवजे के तौर पर 100 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
एक बयान के मुताबिक सुक्खू ने कहा, ‘‘इसके अतिरिक्त, पौधों के जीवित रहने के प्रतिशत के आधार पर, उन्हें पांच साल के बाद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ’’
सुक्खू ने कहा कि विभाग राज्य के वन क्षेत्र को बढ़ाने में शामिल संस्थाओं को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा तथा उन्होंने अधिकारियों से पौधों के जीवित रहने की निगरानी के लिए एक तंत्र विकसित करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे 60 प्रतिशत फलदार वृक्ष तथा अधिक महत्व वाले चारे की प्रजातियों को लगाएं, ताकि जंगली जानवर जंगलों से बाहर न जा सकें एवं फसलों को नुकसान न पहुंचा सकें।
उन्होंने अधिकारियों को वनरोपण की अपनी मुख्य जिम्मेदारियों पर ध्यान केन्द्रित करने के निर्देश दिए तथा पर्याप्त कर्मचारी और सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
सुक्खू ने कहा कि पौधरोपण गतिविधियों के लिए 2,033 उम्मीदवारों का चयन किया गया है और उन्हें शीघ्र ही नियुक्ति पत्र भेज दिए जाएंगे।
सरकार प्रत्येक वन मित्र को 6,000 रुपये मूल्य की वर्दी और अन्य सामान उपलब्ध कराएगी।
सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सृजन हेतु पर्यावरण पर्यटन को बढ़ावा दे रही है।
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