नई दिल्ली: उत्तराखंड के चमोली में बुधवार सुबह नमामि गंगे के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में करंट आने से 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि पुलिसकर्मी सहित कई लोग झुलस गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि अलकनंदा नदी के तट पर एक ट्रांसफार्मर में विस्फोट हो गया, जिससे कई घायल हो गए थे. मृतकों में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और होम गार्ड के तीन जवान भी शामिल हैं.
करंट से झुलसे लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.
गौरतलब है कि नमामि गंगे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के चौकीदार की भी मंगलवार देर रात करंट लगने से मौत हो गई थी. सूचना मिलते ही परिजनों के साथ कई ग्रामीण भी साइट पर पहुंच गए.
उक्त मामले की पुलिस द्वारा जांच किए जाने के दौरान वहां दोबारा करंट फैल गया, जिसकी चपेट में कई लोग आ गए.
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने कहा, पीपलकोटी पुलिस चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी झुलस गए हैं. हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या में बढ़ने की आशंका है.
चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि मंगलवार रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था और बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद यहां चल रहे नमामी गंगे परियोजना के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया.
उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है. पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह ने बताया कि कुछ झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया है. उनके इलाज के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने चमोली घटना में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपए की राहत राशि अविलंब प्रदान करने के निर्देश दिए हैं.
धामी ने कहा, ”यह एक दुखद घटना है. जिला प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ मौके पर पहुंच गए हैं. घायलों को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है और हेलीकॉप्टर के जरिए एम्स ऋषिकेश में शिफ्ट किया जा रहा है.”
उन्होंने चमोली के डीएम से घटना की जानकारी ली और कहा कि घायलों के इलाज में कोई कमी नहीं होगी.
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