भुवनेश्वर, 23 मार्च (भाषा) एक वेब चैनल में बतौर कैमरामैन कार्यरत रहे 28 वर्षीय मानस स्वैन के अपहरण और हत्या के मामले की जांच बुधवार को ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा को सौंप दी गई।
यह फैसला मृतक की पत्नी यमुना द्वारा अपराध में राज्य के दो कैबिनेट मंत्रियों के शामिल होने के आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद किया गया है। इस संबंध में ओडिशा सूचना सेवा के पूर्व अधिकारी निरंजन सेठी को भी गिरफ्तार किया गया है।
सीआईडी-सीबी के अतिरिक्त महानिदेशक संजीव पांडा ने यहां संवाददाताओं को बताया कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसके बंसल के निर्देश पर अपराध शाखा ने मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है।
डीजीपी ने मामले की गंभीरता और कई जिलों में इससे संबंधित तार जुड़े होने की वजह से जांच अपराध शाखा को सौंपी है।
पांडा ने कहा, ‘‘स्वैन का कथित अपहरण भद्रक जिले में किया गया और उनकी हत्या खुर्दा जिले के भुवनेश्वर में की गई जबकि उनके शव को नयागढ़ जिले में दफनाया गया।’’
उन्होंने कहा कि एक टीम वेब चैनल की मालकिन शर्मिष्ठा राउत की तलाश करेगी जबकि अन्य टीम मामले के अन्य पहलुओं की जांच करेगी। पांडा ने बताया कि आशंका है कि राउत किसी और राज्य में चली गई है।
पुलिस ने इस मामले में राउत के भाई परमेश्वर सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। परमेश्वर की गिरफ्तारी पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में की गई और उसे ओडिशा लाया गया है। उसपर हत्या के बाद राउत को भगाने में मदद करने का संदेह है।
उल्लेखनीय है कि यमुना ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि राउत स्वैन से वह वीडियो क्लिप हासिल करना चाहती थी जिसमें दो मंत्रियों के कथित ‘‘गैर कानूनी कार्य’’दर्ज थे। उन्होंने धमकी दी कि अगर दोषियों को नहीं पकड़ा गया तो वह मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास के सामने आत्महत्या कर लेंगी।
विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यमुना द्वारा जिन दो मंत्रियों का नाम लिया गया है वे कालहांडी जिले में 24 वर्षीय महिला शिक्षिका की हत्या और कटक जिले के महांगा में दोहरे हत्याकांड में भी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि स्वैन सात फरवरी से लापता हुए थे और 12 मार्च को उसका शव नयागढ़ जिले से एक कब्र से निकाला गया।
भाषा धीरज उमा
उमा
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