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रविवार, 11 मई, 2025
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ओडिशा सरकार ने केआईआईटी में नियम ताक पर रखने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए

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भुवनेश्वर, 24 फरवरी (भाषा) ओडिशा सरकार ने निजी संस्थान कलिंग औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (केआईआईटी) के प्राधिकारियों को छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

हाल ही में यहां एक नेपाली लड़की ने छात्रावास के एक कमरे में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी।

राज्य सरकार का यह निर्देश ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा देउबा ने ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से फोन पर बात की थी।

अधिकारी ने बताया कि आरजू राणा देउबा ने नेपाली छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को कॉलेज से निकालने पर जोर दिया।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने पहले ही केआईआईटी के प्राधिकारियों को निर्देश जारी कर दिये हैं कि वे अब तक परिसर पर नहीं लौटे नेपाली छात्रों का विश्वास बहाल करने के लिए त्वरित कार्रवाई करें।’’

नेपाल सरकार ने भी चिंता व्यक्त की है कि अगर नियमों का पालन नहीं करने वाले शिक्षक और कर्मचारी संस्थान में रहेंगे तो उनके छात्रों को प्रतिशोध का सामना करना पड़ सकता है।

राज्य सरकार के आश्वासन और संस्थान के प्राधिकारियों की माफी के बाद भी आईआईटी के लगभग एक हजार नेपाली छात्रों में से केवल कुछ ही छात्र परिसर में लौट सके।

एक नेपाली छात्र ने कहा, ‘‘लड़कियों सहित सभी छात्रों को सोमवार (17 फरवरी) को छात्रावासों से जबरन निकाला गया और वापसी के लिए टिकट नहीं होने के कारण भुवनेश्वर से काफी दूर एक रेलवे स्टेशन पर उन्हें उतार दिया गया। उन्होंने जो कष्ट झेला है…, वे अभी भी भय से उबर नहीं पाए हैं।’’

सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पुलिस ने छात्रों पर हमला करने के आरोप में केआईआईटी के 10 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें कुछ निदेशक स्तर के अधिकारी, सुरक्षाकर्मी और अन्य शामिल हैं।

केआईआईटी द्वारा 18 फरवरी को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, दो सुरक्षा कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया, जबकि छात्रावास के दो वरिष्ठ अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय संबंध कार्यालय (आईआरओ) के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया।

केआईआईटी प्राधिकारियों ने अपने कुछ कर्मचारियों द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों और छात्रों को हुई परेशानी के लिए माफी भी मांगी है।

संस्थान द्वारा जब 16 फरवरी को अपना स्थापना दिवस मनाया जा रहा था तब उस समय नेपाली छात्रा प्रकृति लामसाल (20) का शव उसके छात्रावास के कमरे से बरामद किया गया।

केआईआईटी परिसर में अशांति तब शुरू हुई जब नेपाली छात्रों ने उसके लिए न्याय की मांग की।

इसके बाद केआईआईटी कर्मियों के एक वर्ग ने उन छात्रों पर कथित तौर पर हमला कर दिया और संस्थान ने उन्हें छात्रावास से बाहर निकालने का आदेश दिया।

भाषा यासिर मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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