भुवनेश्वर, 29 जून (भाषा) ओडिशा के उत्तरी हिस्से में बाढ़ के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने रविवार को बालेश्वर जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा, क्योंकि क्षेत्र की कई बड़ी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने चेतावनी दी कि बुधबलंग, सुवर्णरेखा, जलाका और सोनो समेत कई नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है और सोमवार तक बाढ़ आ सकती है।
जमीनी स्तर पर स्थिति की निगरानी करने तथा बाढ़ प्रबंधन में सहायता के लिए बालेश्वर में एक प्रधान अभियंता तथा एक मुख्य अभियंता को तैनात किया गया है।
रविवार को अपराह्न चार बजे राजघाट में सुवर्णरेखा नदी 8.41 मीटर स्तर पर बह रही थी, जो इसके खतरे के निशान 10.36 मीटर के करीब है।
गोविंदपुर में बुधबलंग नदी का जलस्तर 6.94 मीटर दर्ज किया गया जबकि 8.13 मीटर उसके खतरे का निशान है।
जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मथानी में जलाका नदी पहले ही अपने खतरे के स्तर को पार कर चुकी है और वह 6.50 मीटर के लाल निशान के मुकाबले 6.65 मीटर पर बह रही है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘इसी पृष्ठभूमि में, सुवर्णरेखा में आधी रात में 11.25 मीटर, सोमवार को सुबह नौ बजे बुधबलंगा नदी में 8.20 मीटर और रविवार को शाम छह बजे जलाकट नदी में 6.82 मीटर पर बाढ़ आने की आशंका है।’’
उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग में राज्य बाढ़ प्रकोष्ठ चौबीसों घंटे काम कर रहा है और स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘बालेश्वर के जिलाधिकारी को लोगों को बाढ़ संभावित क्षेत्रों से बाहर निकालने और राहत कार्य में तेजी लाने के लिए सतर्क कर दिया गया है।’’
इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को एक बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र और उससे सटे पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर एक नया कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिसके कारण उत्तरी ओडिशा में भारी बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी ने 29 जून से चार जुलाई तक राज्य में छिटपुट भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है।
उसने कहा, ‘‘राज्य में कुछ स्थानों पर एक जुलाई तक बहुत भारी वर्षा भी हो सकती है।’’
भाषा राजकुमार नरेश
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