(तस्वीर सहित)
भुवनेश्वर, 11 अक्टूबर (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक शुक्रवार को महाअष्टमी के अवसर पर राज्य की राजधानी भुवनेश्वर के कई दुर्गा पूजा पंडालो का दौरा किया।
इस दौरान दोनों नेताओं ने देवी दुर्गा की पूजा की और पंडाल में आने वाले लोगों से बातचीत की।
इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री ने ओडिशा भर में दुर्गा पूजा पंडालों के लिए जमीन का किराया माफ करने की घोषणा की। पूजा समितियों ने मुख्यमंत्री के कदम के लिए आभार व्यक्त किया।
माझी ने अपनी पत्नी के साथ भुवनेश्वर के पुराने शहर के पटना साही से पंडालों के दौरे की शुरुआत की, जहां उन्होंने प्रार्थना की और श्रद्धालुओं के साथ ‘‘जय मां दुर्गा’’ जयकारे लगाते हुए आरती की।
उन्होंने बारामुंडा, नयापल्ली, रसूलगढ़, शहीद नगर, भूमिखाल, लक्ष्मी सागर और स्टेशन छक जैसे कई क्षेत्रों में प्रमुख पंडालों का दौरा किया, जहां उनका उत्साह के साथ स्वागत किया गया।
भाजपा विधायक बाबू सिंह, पूर्व विधायक प्रियदर्शी मिश्रा और अन्य स्थानीय नेता भी विभिन्न पंडालों के दौरे के दौरान माझी के साथ रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं देवी का आशीर्वाद और मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी पाकर खुद को भाग्यशाली महसूस करता हूं। मैंने जनता की खुशी, शांति और समृद्धि के लिए मां दुर्गा से प्रार्थना की। अगले पांच वर्षों में ओडिशा एक समृद्ध राज्य बन जाए, इसके लिए भी आशीर्वाद मांगा।’’
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के सूत्रों ने बताया कि शनिवार को माझी के कटक में पंडालों का दौरा करने की योजना है, उसके बाद अगले दिन अपने गृह जिले क्योंझर में समय बिताएंगे।
विपक्ष के नेता एवं बीजू जनता दल (बीजद) प्रमुख नवीन पटनायक ने भी अपने पार्टी सदस्यों के साथ रसूलगढ़, शहीद नगर और बारागढ़ में पूजा पंडालों का दौरा किया।
पटनायक का पंडालों में आयोजकों और पुजारियों ने स्वागत किया।
लोगों को शुभकामनाएं देते हुए पटनायक ने कहा, ‘‘महाअष्टमी के पावन अवसर पर, मैंने भुवनेश्वर में पंडालों का दौरा किया और मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त किया। मैंने ओडिशा के लोगों की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।’’
भुवनेश्वर की महापौर एवं बीजद नेता सुलोचना दास ने पटनायक जबरदस्त स्वागत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उनके दौरे के दौरान पंडालों में भारी भीड़ थी।
उन्होंने कहा, ‘‘वह बेशक मुख्यमंत्री के पद पर नहीं है, लेकिन उनकी उपस्थिति लोगों को प्रभावित करती है। उनकी लोकप्रियता और जनता के साथ जुड़ाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।’’
राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने उत्सव में ‘‘आचानक शामिल होने’’ के लिए पटनायक की आलोचना की।
मंत्री ने कहा, ‘‘पटनायक ने पिछले 24 वर्षों से सत्ता में रहते हुए कभी पूजा पंडालों में जाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। यहां तक कि वह रावण पोड़ी में भी जाने से बचते रहे। अब मुख्यमंत्री माझी के पंडालों में जाने के बाद लगता है कि वह उन्हीं के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।’’
हरिचंदन ने यह भी कहा कि ‘‘राजनीतिक प्रतिस्पर्धा’’ को उत्सव की भावना पर हावी नहीं होना चाहिए।
भाषा खारी धीरज
धीरज
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