भुवनेश्वर, 30 जनवरी (भाषा) ओडिशा के राजनीतिक इतिहास में संभवत: ऐसा पहली बार है जब तीन पार्टियां बीजू जनता दल, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने एक सीमांत क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए एक साथ एक ही पोस्टर पर वोट मांग रहे हैं। इस क्षेत्र को लेकर ओडिशा का आंध्र प्रदेश के साथ विवाद है। तीनों पार्टियों ने आपसी सहमति से उम्मीदवार उतारे हैं।
कोरापुट जिले के कोटिया क्षेत्र में 18 फरवरी को मतदान होना है, जिसके लिए तीनों दलों से आम सहमति से उतारे गए उम्मीदवारों के पक्ष में लगे पोस्टरों/बैनरों में तीनों दलों के वरिष्ठ नेताओं की तस्वीरें एक साथ नजर आ रही हैं।
इन पार्टियों ने कोटिया में सरपंच, समिति सदस्य और वार्ड सदस्य के पदों के लिए साथ मिलकर उम्मीदवार उतारे हैं। गौरतलब है कि उच न्यायालय के निर्देशों का हवाला देते हुए ओडिशा द्वारा आपत्ति जताए जाने के बावजूद आंध्र प्रदेश ने यहां एक साल पहले पंचायत चुनाव कराया था।
तीनों दलों ने पोट्टांगा ब्लॉक के जोन-1 में जिला परिषद सदस्य पद के लिए ममता जानी को उम्मीदवार बनाया है। कोटिया ग्राम पंचायत के अलावा, जोन-1 में मालीपुट, पुकाली, पोट्टांगी, देवपट्टांगी, गंगराजपुर, नौगुड़ा और सुनकी ग्राम पंचायत भी आते हैं। जानी निर्दलीय उम्मीदवार हैं।
इन दलों ने क्षेत्र में अन्य पदों के लिए भी साथ मिलकर उम्मीदवार उतारे हैं। गौरतलब है कि जिला परिषद को छोड़कर अन्य पदों पर उम्मीदवार पार्टी के चुनाव चिन्ह के बिना चुनाव लड़ते हैं।
तीनों दलों ने स्थानीय लोगों से अनुरोध किया है कि वे जिला परिषद सदस्य पद के लिए उनके उम्मीदवार के खिलाफ किसी को मैदान में ना उतारें। एक निर्दलीय उम्मीदवार ने अपना नाम वापस ले लिया है, लेकिन एक अन्य ने इससे इंकार कर दिया है।
अब चुनाव ममता जानी और एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार टिकाई गेमेल के बीच होना है।
गेमेल ने कहा, ‘‘गांव के लोग चाहते हैं कि मैं चुनाव जीत जाउं। वे सब मेरे साथ हैं। मैं यह चुनाव लड़ूंगा और जीतूंगा।’’
भाषा अर्पणा अमित
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