भुवनेश्वर, नौ मई (भाषा) भारत और पाकिस्तान में जारी सैन्य संघर्ष के बीच ओडिशा ने अपने समुद्री तटों और चांदीपुर में मिसाइल परीक्षण केंद्र व पुरी में जगन्नाथ मंदिर जैसे प्रमुख प्रतिष्ठानों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
चांदीपुर मिसाइल परीक्षण केंद्र और पुरी जगन्नाथ मंदिर समुद्री तट के किनारे स्थित हैं।
माझी ने कहा कि हालांकि, तटीय राज्य (ओडिशा) पाकिस्तान की सीमा से बहुत दूर है, फिर भी बंगाल की खाड़ी के रास्ते खतरा बना हुआ है।
उन्होंने यह एक कार्यक्रम के इतर कहा कि ओडिशा सरकार ने केंद्र के सहयोग से राज्य में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाए हैं।
माझी ने कहा, “ओडिशा के मामले में पाकिस्तान से सीधा कोई खतरा नहीं है। हालांकि, हमारे पास चांदीपुर में मिसाइल परीक्षण केंद्र, पुरी जगन्नाथ मंदिर और कुछ अन्य प्रमुख प्रतिष्ठान हैं, जो बंगाल की खाड़ी में जल मार्ग के माध्यम से संभावित लक्ष्य हो सकते हैं। लिहाजा, तटीय सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।”
उन्होंने बताया कि सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए एक और दौर की उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की जा रही है।
माझी ने कहा, “कड़ी सुरक्षा जांच लागू की जाएगी… संवेदनशील क्षेत्रों को सील करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करके आतंकवादियों का सफाया कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “भारत पाकिस्तान के हमलों का सफलतापूर्वक जवाब दे रहा है, लेकिन वे हमारी जवाबी कार्रवाई के सामने टिक नहीं पा रहे हैं।”
माझी ने ओडिशा के लोगों से आग्रह किया कि वे स्थिति से घबराएं नहीं, बल्कि सतर्क रहें।
उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि राज्य अपने नागरिकों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।
भाषा पारुल रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.