scorecardresearch
Tuesday, 5 November, 2024
होमदेशदिल्ली वायु प्रदूषण : चालान कटने पर लोग ऑड-ईवन नियम की जानकारी न होने की बता रहे मजबूरी

दिल्ली वायु प्रदूषण : चालान कटने पर लोग ऑड-ईवन नियम की जानकारी न होने की बता रहे मजबूरी

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य के लोगों से कहा है कि वो ऑड-ईवन नियम का पालन करें और प्रदूषण को कम करने में मिलकर काम करें.

Text Size:

नई दिल्ली : दिल्ली में प्रदूषण को लेकर लागू ऑड-ईवन नियम का उल्लंघन करने पर लोगों के चालान काटे जा रहे हैं. आईटीओ के पास काटे गए चालान पर शख्स ने नियम की जानकारी न होने की बात कही. प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सोमवार से दिल्ली में ऑड-ईवन नियम लागू कर दिया गया है.

ऑड-ईवन लागू होने का आज पहला ही दिन है और राज्य के कई इलाकों में नियम तोड़े जाने पर ट्रैफिक पुलिस ने चालान काटे. आईटीओ के पास ऑड नंबर का इस्तेमाल करने पर चालान काटा गया. गाड़ी ड्राइवर ने कहा, मैं नोएडा में रहता हूं. मैं पिछली रात यहां कुछ काम से आया था. मुझे इस नियम के बारे में जानकारी नहीं थी कि ये आज से ही लागू होगी.

विजय गोयल ने किया विरोध

भाजपा नेता विजय गोयल ने केजरीवाल सरकार के ऑड-ईवन नियम का विरोध किया है. उन्होंने ट्वीट किया, मैं श्याम जाजू के साथ 4 नवंबर को 12 बजे अपनी कार चलाकर आईटीओ तक जाऊंगा और ऑड-ईवन नियम का विरोध करूंगा.

सम-विषम नियम के उल्लंघन पर 4000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मंत्री गोपाल राय और सतेंद्र जैन ईवन नंबर की गाड़ी से अपने कार्यालय जा रहे हैं.

ऑड-ईवन लागू होने के पहले दिन ही दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अपने दफ्तर के लिए साइकिल से निकलें. राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी लोगों से कहा है कि वो इस नियम का पालन करें और प्रदूषण को कम करने में मिलकर काम करें.

उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘उत्तर भारत पराली जलाए जाने के कारण धुंआ-धुंआ है. अभी हम इसपर कुछ नहीं कर सकते. लेकिन अगले 10 दिनों के लिए अगर हम ऑड-ईवन नियम का पालन करें तो राहत मिल सकती है. ये हम सभी के फायदे के लिए है.’

इंडिया गेट के पास भी नियम तोड़े जाने पर ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ियों के चालान काटे. दिल्ली में ऑड-ईवन नियम 15 नवंबर तक जारी रहेगा.

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को हवा की गति में मामूली वृद्धि होने से प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आई है लेकिन वायु गुणवत्ता अब भी ‘बेहद गंभीर’ की श्रेणी में बनी हुई है.

सुबह चार बज कर 38 मिनट पर दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 438 रहा, वहीं अलीपुर, नरेला और बवाना में एक्यूआई क्रमश: 493, 486 और 472 रहा.

रविवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 494 रहा. यह छह नवंबर 2016 के बाद से सर्वाधिक है. उस वक्त एक्यूआई 497 था.

एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है.

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक्यूआई फरीदाबाद में 426, नोएडा में 452, गाजियाबाद में 474, ग्रेटर नोएडा में 454 और गुड़गांव में 396 रहा.

दिल्ली के 37 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से 21 में एक्यूआई 490 से 500 के बीच दर्ज किया गया. आया नगर, अशोक विहार, आनंद विहार और अरविंदो मार्ग में शाम सात बजे वायु गुणवत्ता सर्वाधिक खराब दर्ज की गई.

प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ जाने के कारण दिल्ली सरकार शुक्रवार को ही पांच नवंबर तक स्कूल बंद रखे जाने का आदेश दे चुकी है. साथ ही हर तरह के निर्माणकार्यों पर भी रोक लगा दी गई है.

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्य हवा की खराब गुणवत्ता के कारण काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं. लिहाजा प्रदूषण को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)

share & View comments