नयी दिल्ली, 10 नवंबर (भाषा) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कहा कि पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन जब्त करने के मामलों की संख्या दोगुनी होकर 200 हो गई है और पाकिस्तानी गिरोह युवाओं में नशे की आदत डालकर तथा सामाजिक सौहार्द ‘बिगाड़कर’ भारत को ‘‘अस्थिर’’ करने के लिए मादक पदार्थ एवं हथियार भेजने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
उसने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि पिछले 24 घंटे में चार और ड्रोन बरामद होने के साथ ही सीमा पर जब्त किए गए पाकिस्तानी ड्रोन की संख्या 200 से अधिक हो गयी है।
बीएसएफ भारत के पश्चिम छोर पर 2,290 किलोमीटर लंबी सीमा की रक्षा करती है जिसमें से 553 किलोमीटर की सीमा पंजाब से लगती है। अंतरराष्ट्रीय सीमा जम्मू कश्मीर में जम्मू, राजस्थान और गुजरात से भी गुजरती है।
बीएसएफ ने 2023 में पंजाब सीमा पर कुल 107 ड्रोन जब्त किए थे।
सुरक्षा बल ने कहा कि इस साल जब्त ड्रोन की संख्या दोगुनी होना यह दर्शाता है कि बीएसएफ की ड्रोन रोधी रणनीतियां मजबूत हुई हैं और सीमा पर उन्नत तकनीकी उपाय लागू किए गए हैं।
बीएसएफ के अनुसार, उसने ड्रोन रोधी सटीक अभ्यास किए हैं जिससे पाकिस्तानी मादक पदार्थ गिरोहों को बड़ा झटका लगा है जो युवा पीढ़ी में नशे की लत लगवाकर और सामाजिक सौहार्द ‘बिगाड़कर’ भारत को ‘‘अस्थिर’’ करने के उद्देश्य से भारतीय क्षेत्र में मादक पदार्थ तथा हथियारों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस साल जब्त किए 200 से अधिक ड्रोन में मानवरहित वायु यान शामिल है जिसे उसके सैनिकों ने राइफल की मदद से मार गिराया है, ड्रोन रोधी प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से उड़ान भरने से रोका गया है और खुफिया सूचना या स्थानीय निवासियों द्वारा उपलब्ध करायी सूचना के आधार पर खेतों में पड़े बरामद किया है।
अधिकारी ने बताया कि लगभग ये सभी ड्रोन चीन निर्मित हैं और इसमें मादक पदार्थ, छोटे हथियार तथा गोला बारुद पाए गए हैं। हालांकि, सबसे ज्यादा इनमें मादक पदार्थ की खेप पायी गयी है।
पंजाब सीमा पर 2019-20 के आसपास शुरू हुई ड्रोन समस्या पंजाब में अमृतसर और तरन तारन सीमावर्ती जिलों में काफी ज्यादा है।
बीएसएफ अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी सीमा से पंजाब में सभी मादक पदार्थ ड्रोन के जरिए भेजे जा रहे हैं जबकि पहले पाकिस्तानी सीमा से पाइप के जरिए भू-मार्ग से भेजे जाते थे।
भाषा गोला नेत्रपाल रंजन
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