नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) केंद्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) और रंगकर्मियों को भारत के स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों पर नाटक तैयार करना चाहिए और देश के नागरिकों के सामने उनके साहस और बहादुरी की कहानियां पेश करनी चाहिए।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी एक बयान के अनुसार, मंत्री यहां ‘आजादी का अमृत महोत्सव-22वें भारत रंग महोत्सव, 2022 (आजादी खंड)’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे, जिसका आयोजन 16 जुलाई से 14 अगस्त तक होगा।
मंत्री ने इस अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ”स्वतंत्रता संग्राम में कई गुमनाम नायक हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया है, फिर भी हमारे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का हिस्सा नहीं बन पाए हैं।”
एक उदाहरण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, 1913 में मानगढ़ में उस क्षेत्र की जनजातियों को बेरहमी से प्रताड़ित करने के बाद मार दिया गया था, लेकिन इस घटना पर प्रकाश नहीं डाला गया है।
उन्होंने कहा कि रंगकर्मियों और एनएसडी को स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों पर आधारित नाटक तैयार करने चाहिए और देश के नागरिकों के सामने उनके साहस और बहादुरी की कहानियां पेश करनी चाहिए।
लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की प्रशंसा करने वाले विभिन्न लोक गीतों पर अंग्रेजों द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया था, हालांकि, लोक कलाकार उन्हें गाते रहे और अगली पीढ़ियों के बीच गुमनाम नायकों की कहानियों को लोकप्रिय बनाते रहे।
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फाल्गुनी दिलीप
दिलीप
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