नई दिल्ली: शीर्ष भारतीय पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने यह कहते हुए अपना विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया है कि सरकार ने कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने का अपना वादा पूरा कर दिया है, जिन पर उन्होंने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि यह लड़ाई अब सड़क पर नहीं बल्कि कोर्ट में लड़ी जाएगी. इसके साथ ही विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने घोषणा की कि वे सोशल मीडिया से एक छोटा सा ब्रेक ले रहे हैं.
मलिक ने ट्विटर पर लिखा कि “न्याय के लिए लड़ाई अब सड़कों पर नहीं, बल्कि अदालत में लड़ी जाएगी.”
पहलवानों ने एक जैसे ट्वीट किए जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार ने छह बार के भाजपा सांसद सिंह के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने का अपना वादा पूरा कर दिया है.
तीनों पहलवानों ने अपने ट्वीट में कहा, “सात जून को हुई बातचीत के अनुसार, सरकार ने हमारी मांगों को लागू किया है. दिल्ली पुलिस ने 15 जून को यौन उत्पीड़न के आरोपों (डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ) की जांच के बाद अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था. यह आरोपपत्र छह महिला पहलवानों द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर की गई है. अब, न्याय मिलने तक लड़ाई सड़कों पर नहीं, बल्कि अदालत में लड़ी जाएगी.”
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) June 25, 2023
पहलवानों के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद और बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि उन्हें इसपर कुछ नहीं बोलना नहीं है. उन्होंने कहा, “कोर्ट अपना काम करेगी. हम इस विषय पर कुछ नहीं बोलना है.”
‘इंतजार करेंगे’
पहलवानों ने कहा, “भारतीय कुश्ती महासंघ के नए चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है. सरकार के वादे के मुताबिक चुनाव 11 जुलाई को होने हैं. हम वादे के कार्यान्वयन का इंतजार करेंगे.”
उन्होंने आगे कहा कि वे डब्ल्यूएफआई चुनावों का इंतजार करेंगे जो सरकार के वादे के मुताबिक 11 जुलाई को होने वाले हैं.
बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट इस साल की शुरुआत से कथित यौन उत्पीड़न को लेकर सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे.
28 मई को उन्हें जंतर मंतर स्थित विरोध प्रदर्शन स्थल से हटा दिया गया था. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद कि भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया जाएगा, पहलवानों ने 15 जून तक अपना विरोध स्थगित कर दिया था.
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अनुसार, भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव 6 जुलाई से 11 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिए गए हैं.
चुनाव में डब्ल्यूएफआई की कार्यकारी समिति के सदस्यों का फैसला किया जाएगा. इसमें अध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष के एक पद, उपाध्यक्ष के चार पद, महासचिव और कोषाध्यक्ष के एक-एक पद, संयुक्त सचिव के दो पद और एक कार्यकारी सदस्य के पांच पदों पर चुनाव होगा.
निर्वाचक मंडल के लिए नाम प्राप्त करने की अंतिम तिथि 25 जून शाम 5:00 बजे तक होगी. प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश से दो नामांकन किए जाएंगे.
पत्र में कहा गया है कि सभी राज्य/केंद्रशासित प्रदेश कुश्ती संघ अपने-अपने संघों से दो-दो व्यक्तियों को नामांकित करेंगे.
चुनाव के लिए नामांकन 29 जून से 1 जुलाई तक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक जमा होंगे. रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा प्राप्त नामांकनों की तैयारी एवं प्रदर्शन 3 जुलाई को दोपहर 1 बजे तक किया जायेगा.
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