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Friday, 20 December, 2024
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दिल्ली समेत उत्तर भारत अगले दो दिन तक शीतलहर की चपेट में, कोहरे से रेल और उड़ाने रहेंगी प्रभावित

IMD ने रविवार को दिल्ली सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है, जिसमें घने कोहरे, दिन में ठंड और शीतलहर की स्थिति बनी रहने की चेतावनी दी गई है.

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नई दिल्लीः दिल्ली में रविवार सुबह शीतलहर का प्रकोप छाया रहा. राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के राज्यों में कड़ाके की ठंड और कोहरे की स्थिति बनी हुई है.

शहर के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में आज सुबह न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दो साल में राष्ट्रीय राजधानी में जनवरी के महीने में दर्ज सबसे कम तापमान है. शनिवार को सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

उत्तर-पश्चिम भारत और देश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में कोहरे की मोटी परत छाई रही, जिससे सड़क, रेल और उड़ानें प्रभावित हुईं.

घने कोहरे के कारण सुबह साढ़े पांच बजे इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआईए) के पास पालम वेधशाला में विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर तक रह गई.

दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड ने ट्वीट किया कि कैटगैरी-III श्रेणी के अनुरूप न होने वाली उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं.

वहीं, यात्रियों को उड़ानों के संबंध में अपडेटेड जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइंस से संपर्क करने की सलाह दी गई है.

रविवार दोपहर एक बजे तक दिल्ली एयरपोर्ट से 20 विमानों ने देरी से उड़ान भरी थी.

उत्तर रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोहरे के कारण 42 ट्रेन एक घंटे से लेकर पांच घंटे की देरी से चल रही हैं.

मौसम विभाग के मुताबिक, ‘विजिबिलिटी जब शून्य से 50 मीटर के बीच रह जाती है तो उस समय ‘बहुत घना’ कोहरा होता है. वहीं, 51 से 200 मीटर के बीच विजिबिलिटी की स्थिति में ‘घना’, 201 से 500 मीटर के बीच ‘मध्यम’ और 501 से 1,000 मीटर के बीच विजिबिलिटी की स्थिति में ‘हल्का’ कोहरा होता है.


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बिजली की मांग में वृद्धि

दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत में बर्फ से ढंके पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं के चलते रविवार को लोधी रोड, आयानगर, रिज और जाफरपुर के मौसम केंद्रों में न्यूनतम तापमान क्रमशः 2.8 डिग्री सेल्सियस, 2.6 डिग्री सेल्सियस, 2.2 डिग्री सेल्सियस और 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

दिल्ली में पिछले 3-4 दिनों का तापमान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिल स्टेशनों की तुलना में कम ही रहा है.

वहीं, शीतलहर के कारण मध्य दिल्ली के रिज मौसम केंद्र में न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था.

राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को कई स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम सात डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया, जिससे यह कड़ाके की ठंड वाला दिन बन गया था.

कड़ाके की सर्दी से बिजली आपूर्ति ग्रिड पर दबाव बढ़ रहा है. दिल्ली में सर्दियों में बिजली की मांग शुक्रवार को बढ़कर रिकॉर्ड 5,526 मेगावाट पर पहुंच गई.

इस मौसम में बेघरों और पशुओं के सामने भी चुनौती पैदा हो रही है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कुछ स्थानों पर कृषि, पशुधन, जल आपूर्ति, परिवहन और बिजली क्षेत्र पर प्रभाव पड़ने की चेतावनी दी है.

मौसम विभाग ने यह भी कहा कि लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से ठंड लग सकती है और किसी को कंपकंपी को नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए, जो इस बात का पहला संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है और हमें घर के अंदर रहना चाहिए.

परामर्श में कहा गया है, ‘विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए पर्याप्त गर्म तरल पदार्थ पिएं. बाहरी गतिविधियों में शामिल होने से बचें या उन्हें सीमित करें.’


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दिल्ली को सतर्क रहने की सलाह

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में शीत लहर और ठंडे दिन की स्थिति जारी रहने की संभावना जताई है.

मौसम विभाग ने रविवार को दिल्ली सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है, जिसमें घने कोहरे, दिन में ठंड और शीत लहर की स्थिति बनी रहने की चेतावनी दी गई है.

आईएमडी के वैज्ञानिक डॉ. आर.के जेनामणि ने शनिवार को कहा था, ‘दिल्ली के कुछ हिस्सों और आसपास के इलाकों में घने कोहरे की स्थिति में सुधार हुआ है. तापमान घटने के कारण पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी, राजस्थान और दिल्ली को 24 घंटे के लिए रेड अलर्ट दिया गया है.’

आईएमडी ने शनिवार को कहा कि अगले 48 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कई हिस्सों में घने कोहरे की स्थिति बनी रहेगी.

मौसम विभाग के अनुसार, दो दिनों के बाद उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में लगभग 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है. अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में किसी तरह के महत्वपूर्ण बदलाव होंगे और उसके बाद लगभग 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की संभावना नहीं है.

अगले दो दिनों के दौरान मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है और बाद के तीन दिनों के दौरान कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा.

अगले तीन दिनों के दौरान उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और त्रिपुरा, उत्तर-प्रदेश और मध्य प्रदेश में अगले दो दिनों के दौरान अलग-अलग इलाकों में बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है.

7-8 जनवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई/कुछ हिस्सों में अत्यधिक ठंडे दिन से अत्यधिक ठंडे दिन की स्थिति होने की संभावना है.

आईएमडी ने कहा कि राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ इलाकों में आठ जनवरी को कोल्डवेव से कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है. हालांकि, एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कुछ दिनों के बाद सर्दी से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है.

गौरतलब है कि मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस या 10 डिग्री सेल्सियस और सामान्य से 4.5 डिग्री कम रहने पर मौसम विभाग कोल्डवेव की घोषणा करता है. गंभीर शीत लहर की स्थिति तब होती है, जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है.

वहीं, ठंडा दिन तब माना जाता है, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री कम होता है. अत्यधिक ठंडा दिन तब होता है, जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6.5 डिग्री सेल्सियस घट जाता है.


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