डिब्रूगढ़, 23 मई (भाषा) असम के डिब्रूगढ़ जिले के दुलियाजान कस्बे में शुक्रवार को कई संगठनों द्वारा आहूत 12 घंटे के बंद के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा।
संगठनों ने पूर्व छात्र नेता शंकर ज्योति बरुआ के साथ हाल ही में हुए विवाद में शामिल पेट्रोल पंप के मालिकों और इस सप्ताह की शुरुआत में बरुआ को अदालत में पेश करने के दौरान हथकड़ी लगाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
अधिकारियों ने बताया कि बंद के दौरान डिब्रूगढ़ और अन्य पूर्वी जिलों में क्षेत्रीय संगठन बीर लचित सेना के नेताओं सहित कई समर्थकों को हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया हालांकि, किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
पुलिस ने बताया कि दुलियाजान में कई निजी शिक्षण संस्थान और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे हालांकि सरकारी कार्यालय व संस्थान खुले रहे। बीर लचित सेना सहित कई स्थानीय छात्र, युवा और क्षेत्रीय संगठनों ने सुबह से शाम तक दुलियाजान बंद का आह्वान किया था।
समूहों ने उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की, जिन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में बरुआ को अदालत में पेश किए जाने के दौरान हथकड़ी लगाई थी।
उन्होंने अन्य मांगों के अलावा दुलियाजान में एक पेट्रोल पंप के मालिकों के खिलाफ कथित कदाचार के लिए कार्रवाई की भी मांग की।
पेट्रोल पंप पर कथित तौर पर पिटाई करने के लिए ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के पूर्व महासचिव बरुआ को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार सुबह से ही डिब्रूगढ़ और शिवसागर जिलों के विभिन्न हिस्सों से विभिन्न संगठनों के समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
भाषा जितेंद्र प्रशांत
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