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शुक्रवार, 9 मई, 2025
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नोकिया चंद्रमा पर मानव मिशन के लिए एक्सिओम के स्पेससूट को मोबाइल नेटवर्क से लैस करेगा

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नयी दिल्ली, 22 अगस्त (भाषा) नोकिया ने उच्च गति वाली 4जी/एलटीई संचार क्षमताओं से अगली पीढ़ी के स्पेससूट को जोड़ने के लिए एक्सिओम स्पेस के साथ करार किया है। इन स्पेससूट का इस्तेमाल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर मानव को उतारने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की महत्वाकांक्षी योजना आर्टेमिस-3 मिशन में किया जाएगा।

आर्टेमिस-3 मिशन 2026 में प्रक्षेपित किये जाने की संभावना है और नोकिया की योजना चंद्रमा पर पहला सेलुलर नेटवर्क बनाने की है, जो अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले अंतरिक्ष सूट में अंतर्निहित होगा।

कंपनी के एक बयान में कहा गया है कि नोकिया और एक्सिओम स्पेस, एक्सिओम एक्स्ट्राव्हीकुलर मोबिलिटी यूनिट (एएक्सईएमयू) में उच्च गति वाले सेलुलर नेटवर्क क्षमताओं को शामिल करेंगे, जो चंद्रमा पर कई किलोमीटर तक एचडी वीडियो, टेलीमेट्री डेटा और ध्वनि प्रसारण में मदद करेगा।

एक्सिओम स्पेस की एक्स्ट्राव्हीकुलर गतिविधि के कार्यकारी उपाध्यक्ष रसेल राल्स्टन ने एक बयान में कहा, ‘‘चंद्रमा पर उच्च गति वाला 4जी/एलटीई नेटवर्क अंतरिक्ष यात्रियों का पृथ्वी से संचार स्थापित कराने में एक महत्वपूर्ण सेतु के रूप में काम करेगा, जिससे महत्वपूर्ण डेटा का आदान-प्रदान सुगम होगा, तथा लंबी दूरी पर एचडी वीडियो संचार संभव होगा।’’

इस प्रगति से आर्टेमिस-3 चालक दल के सदस्य ‘रियल टाइम’ वीडियो बना सकेंगे और चंद्र सतह का पता लगाने के दौरान पृथ्वी पर मिशन नियंत्रकों के साथ संवाद कर सकेंगे।

इसरो की गगनयान परियोजना के लिए प्रशिक्षित एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री, नासा एक्सिओम स्पेस-एएक्स-4 के हिस्से के रूप में अगले साल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरने वाला है।

नोकिया ने इंट्यूटिव मशीन के आईएम-2 मिशन के हिस्से के रूप में चंद्रमा पर सेलुलर नेटवर्क स्थापित करने की योजना बनाई है, जिसे इस साल के अंत में प्रक्षेपण स्थल पर पहुंचाया जाना है।

उस मिशन के दौरान, नोकिया का लक्ष्य यह प्रदर्शित करना है कि सेलुलर कनेक्टिविटी भविष्य के चंद्र या मंगल मिशन के दौरान महत्वपूर्ण संचार की सुविधा प्रदान कर सके।

नोकिया में बेल लैब्स सॉल्यूशन्स रिसर्च के अध्यक्ष थिएरी ई. क्लेन ने कहा, ‘‘हम उन्हीं मानक-आधारित प्रौद्योगिकियों का लाभ उठा रहे हैं जो प्रतिदिन पृथ्वी पर अरबों उपकरणों को जोड़ती हैं। साथ ही अंतरिक्ष में पेश आने वाली विशिष्ट चुनौतियों से निपटने के लिए नये नवाचार और प्रौद्योगिकियां ला रहे हैं।’’

भाषा सुभाष वैभव

वैभव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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