नोएडा, 12 नवंबर (भाषा) नोएडा की एक आवासीय सोसायटी के फ्लैट से 11 वर्षीय बच्ची को पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने बालश्रम से मुक्त कराया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि घटना सेक्टर 137 में स्थित ‘लॉजिक्स ब्लॉसम सोसायटी’ की है, जहां बच्ची एक दंपति के घर में काम करती थी।
उन्होंने बताया कि बच्ची को बालश्रम से मुक्त कराने के बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सामने पेश किया गया और कमेटी के आदेशानुसार पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी।
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि सेक्टर 137 में स्थित एक सोसायटी में रहने वाले दंपति के घर में बोकारो की रहने वाली 11 वर्षीय बच्ची करीब दो वर्ष से काम कर रही थी।
उन्होंने बताया कि किसी बात से नाराज दंपति ने बच्ची के साथ मारपीट की, जिससे उदास होकर बच्ची पार्क में घूम रही थी कि तभी सोसायटी में रहने वाले कुछ लोगों ने उसे देखा और पुलिस व चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचित किया।
अधिकारी ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन के लोगों ने बच्ची को मुक्त करा लिया।
उन्होंने बताया कि बच्ची की चिकित्सा जांच की जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि भारत में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से श्रम करवाना दंडनीय अपराध है।
चाइल्ड हेल्पलाइन के पर्यवेक्षक युवराज कुमार ने बताया कि लड़की को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया, जिसने उसे भंगेल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल जांच के लिए भेजा।
हालांकि बाद में उसे बाल देखभाल गृह भेज दिया गया।
कुमार ने बताया कि बच्ची के माता-पिता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे बहुत गरीब है और उसके दो भाई परिवार के साथ बोकारो में रहते हैं।
उन्होंने बताया कि बच्ची यहां 5,000 प्रति माह की वेतन पर काम करने के लिए आई थी और यह पैसा अपनी मां को भेजती थी।
उन्होंने बताया कि आरोपी दंपति भी झारखंड के रहने वाले हैं।
भाषा सं वैभव जितेंद्र
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