नई दिल्ली : अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार अभिजीत बनर्जी को मिलने के बाद देश में कई तरह की बहस शुरू हो गई है. बंगाली मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को गरीबी कम करने के लिए प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा. लेकिन, उनके नोबेल मिलने से भारत में शाकाहारी बनाम मांसाहारी की बहस शुरू हो गई है जिसमें ढोकला खाने वालों को कहा जा रहा है कि बंगाली मांस-मछली खाते हुए नोबेल जीत लेते हैं.
लेकिन, मंगलवार को बंगाल और गुजरात को लेकर ट्विटर पर नई बहस शुरू हो गई है. एक ट्विटर यूजर अपर्णा ने शाकाहारी और मांसाहारी को लेकर एक ट्वीट किया. ट्वीट में गुजरात के ढोकले और बंगाल में खाने जाने वाली मछली, बीफ, पोर्क और मटन से तुलना की.
अपर्णा ने ट्वीट में लिखा, डीयर ढोकला ईटर्स. हमने देश को 6 नोबेल दिए. एक ऑस्कर दिया. राष्ट्रगान और वंदे मातरम् दिया. हम मछली, मटन, बीफ और पोर्क खाते हैं. तुम अपना ढोकला, खांडवी और ठेपला हमसे दूर रखो और भागो यहां से.
Dear Dhoklaeaters
We gave you:
6 Nobels
1 Oscar for Lifetime Achievement
National Anthem
Vande MataramWe eat fish and motton. Beef and pork.
Keep your Dhokla, Khandvi & thepla away from us.
GET OUT.
— Aparna (@chhuti_is) October 15, 2019
इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने इसे रीट्वीट किया. जिससे नई बहस शुरू हो गई. बहुत सारे लोगों ने गुजराती खाने का समर्थन किया तो बहुतों ने बंगाली खाने का.
प्रतीक सिन्हा ने लिखा, हर हफ्ते ठेपला मेरे घर में नाश्ते में बनता है. मैं आधा बंगाली, आधा गुजराती हूं. मैं अहमदाबाद में पला-बढ़ा हूं. बंगाली लोगों को अपनी संस्कृति पर भान है और वो दूसरे लोगों को नीचा दिखाते हैं. इन लोगों को बहुलता का अनुभव करना चाहिए.
Dhokla, Thepla are made for breakfast every week in my house. I'm half Bengali, half Gujarati, grew up and live in Ahmedabad. This Bengali elitism where other cultures, food habits are often looked down upon is extremely distasteful. Have experienced this multiple times. https://t.co/UC8fg9sPk0
— Pratik Sinha (@free_thinker) October 15, 2019
A Dhoklaeater is called Father of the nation
A dhokla eater united India & called Iron man
A Dhokla eater is PM of India
A Dhokla eater is Home minister of india.
A Dhokla eater is the richest man of india who can buy all you beef eaters.— Mr Sinha (@MrSinha_) October 15, 2019
इस ट्वीट के जवाब में एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ढोकला खाने वाला देश का राष्ट्रपिता है. ढोकला खाने वाले ने पूरे देश को एकजुट किया, जिसे लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है. ढोकला खाने वाला देश का प्रधानमंत्री है. ढोकला खाने वाला देश का गृहमंत्री है. ढोकला खाने वाला देश का सबसे अमीर आदमी है. जो तुम सारे बीफ खाने वालों को खरीद सकता है.
तपस घोषाल ने ट्वीट किया है, कौन सोचता है इस बारे में. उन्हें लड़ने दो. मैं तो अपनी पत्नी के हाथों से बना ढोकला और अपनी मां के हाथों की बनी फिश करी का आनंद ले रहा हूं.
Who cares,let them fight.
Meanwhile let me enjoy Dhokla prepared by my wife and fish curry prepared by my mom https://t.co/pFdq42VyKk— Tapas Kumar Ghosal (@TKGHOSAL) October 15, 2019
शुभम शाह ने ट्वीट किया कि ओह हैल्लो दीदी. आप जो इंटरनेट इस्तेमाल कर ट्वीट कर रही हैं वो भी ढोकला खाने वाले का ही है.
Oh Hello Didi, You are using Internet of "Dhokla" Eater to tweet this ? https://t.co/8sXDI5zOw2
— Shubham Shah (@shahshubham26) October 15, 2019
फिलहाल, सोशल मीडिया पर बंगाली लोग अपने गौरव को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं गुजराती अपने. कुछ लोग दोनों के गौरव का सम्मान करते हुए दिख रहे हैं.