जम्मू, 24 अगस्त (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि केंद्र जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में हाल ही में बादल फटने की घटना से प्रभावित लोगों को राहत और पुनर्वास प्रदान करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है।
राजनाथ ने यहां राजभवन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बादल फटने की घटना से प्रभावित चिसोटी गांव की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यह जानकर खुशी हो रही है कि केंद्र-शासित प्रदेश का प्रशासन, सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और पुलिस ने संकट की स्थिति के दौरान उत्कृष्ट काम किया।
चौदह अगस्त को मचैल माता मंदिर के रास्ते में पड़ने वाले चिसोटी गांव में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ के कारण 65 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना में जान गंवाने वालों में से अधिकतर पर्यटक थे।
इस त्रासदी के बाद परिवारों द्वारा लापता बताए गए 32 लोगों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर तलाश अभियान चलाया जा रहा है। इस घटना में एक अस्थायी बाजार, मचैल माता मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए एक लंगर स्थल, 16 मकान और सरकारी इमारतें, तीन मंदिर, चार पनचक्कियां, 30 मीटर लंबा एक पुल और एक दर्जन से अधिक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।
राजनाथ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘खराब मौसम के कारण, मैं आज किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना से प्रभावित इलाकों का दौरा नहीं कर सका। मैंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये जम्मू से चिसोटी की स्थिति की समीक्षा की।’’
समीक्षा बैठक में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
रक्षा मंत्री ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘यह जानकर खुशी हो रही है कि राज्य प्रशासन, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संकट की इस घड़ी में बेहतरीन काम किया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, केंद्र सरकार इस दुखद घटना से प्रभावित लोगों को राहत और पुनर्वास प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।’’
भाषा
अमित पारुल
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