लखनऊ, 14 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में दावा किया कि राज्य में कोई भी स्कूल बंद नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में ‘विजन-2047’ को लेकर 24 घंटे की अनवरत चर्चा में विपक्षी सदस्यों खासतौर से नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय द्वारा स्कूलों को बंद किये जाने का मामला उठाये जाने पर दावे के साथ कहा कि प्रदेश में कोई स्कूल बंद नहीं किया गया है।
योगी ने कहा, ”प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पहले से कहीं अधिक मजबूत और आधुनिक हुई है।”
उन्होंने कहा, ”स्कूल बंद नहीं हो रहे, बल्कि उन्हें बेहतर सुविधाओं के साथ ‘इंटीग्रेटेड कैंपस’ में बदला जा रहा है।”
योगी ने स्पष्ट किया कि ये ऐसे स्कूल हैं जिनमें 50 से कम छात्र हैं और जो एक किलोमीटर के दायरे में स्थित हैं। इनका विलय बड़े और सुसज्जित परिसर में किया जा रहा है, ताकि छात्र-शिक्षक अनुपात 22:1 रखा जा सके और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो।
इसके पहले सदन में चर्चा करते हुए माता प्रसाद पांडेय ने आरोप लगाया कि शिक्षा में विस्तार की बजाय आपने इसे कम कर दिया। उन्होंने कहा कि आपने 29 हजार विद्यालयों का विलय किया और 10 हजार विद्यालयों को बंद कर दिया। जब हम पीडीए पाठशाला चलाते तो आप नाराज हो जाते, आखिर ये बच्चे कहां पढ़ेंगे।”
पांडेय ने आरोप लगाया कि ”आपने सोची समझी रणनीति के तहत गरीबों को शिक्षा से वंचित करने का प्रयास किया है।”
मुख्यमंत्री ने विपक्ष खासतौर से सपा पर हमला करते हुए कहा कि ”2017 से पहले प्रदेश के 1,56,000 बेसिक व संबद्ध विद्यालयों की स्थिति बेहद खराब थी। शिक्षक-छात्र अनुपात असंतुलित था, ढांचागत सुविधाओं का अभाव था और स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की दर देश में सबसे अधिक थी।”
योगी ने कहा कि जुलाई 2017 में शुरू हुए स्कूल चलो अभियान और ऑपरेशन कायाकल्प के तहत बदलाव का आह्वान किया और आज उसी का नतीजा है कि तस्वीर बदली दिख रही है।
भाषा आनन्द मनीषा रंजन
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