नयी दिल्ली, 14 मई (भाषा) दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि किसी को भी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार या सशस्त्र बलों से सवाल करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘‘एक पिता को अपने देश, परिवार और 140 करोड़ भारतीयों के बारे में सोचना होता है’’।
उन्होंने एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब आपात स्थिति होती है तो राष्ट्रहित में निर्णय लिए जाते हैं और पूरा देश सशस्त्र बलों के साथ खड़ा होता है।’’
‘आप’ भारत और पाकिस्तान के बीच सभी सैन्य कार्रवाई को रोकने के लिए बनी सहमति को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार से सवाल पूछ रही है।
‘आप’ ने आश्चर्य जताया है कि आखिर ऐसा क्या हुआ था जिसके कारण यह घटनाक्रम हुआ और क्या पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद न्याय हुआ है।
गुप्ता ने कहा, ‘‘वातानुकूलित कमरों में बैठकर टीवी देखकर कोई भी कुछ भी कह सकता है। केवल वे ही लोग निर्णय ले सकते हैं जो ऐसी परिस्थितियों में खड़े होते हैं। एक पिता को अपने देश, अपने परिवार और 140 करोड़ भारतीयों के बारे में सोचना होता है। सिर्फ बयानबाजी से कुछ नहीं होगा। किसी को भी सरकार या सशस्त्र बलों पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं है।’’
मंगलवार को उनकी पूर्ववर्ती और ‘आप’ नेता आतिशी ने चार दिन तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद शनिवार दोपहर के घटनाक्रम को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की थी।
आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट में था, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर ने हमारी सेना की बहादुरी को दिखाया। लेकिन 10 मई को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के बाद, सरकार ने संघर्ष विराम की पुष्टि की। देश जानना चाहता है कि क्या पहलगाम के आतंकवादी पकड़े गए हैं। क्या ‘सिंदूर’ (विवाहित हिंदू महिलाओं का प्रतीक) का बदला लिया गया है?’’
उनकी पार्टी के सहयोगी एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि ‘‘अचानक संघर्ष विराम का फैसला’’ क्यों लिया गया।
भाषा
देवेंद्र प्रशांत
प्रशांत
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