कोझिकोड (केरल), 18 सितंबर (भाषा) केरल सरकार ने सोमवार को बताया कि राज्य में 16 सितंबर से निपाह वायरस के संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। वहीं, संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए 218 लोगों के नमूने की जांच में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने दोहराया कि स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि राहत देने वाली खबर के मद्देनजर, सरकार ने 13 सितंबर को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किए गए क्षेत्रों में कुछ छूट देने का फैसला किया है।
केरल के पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने कहा कि जिले के 58 निषिद्ध क्षेत्रों में जल्द ही छूट की घोषणा की जाएगी।
मंत्रियों ने कहा कि विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर जिलाधिकारियों
द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
यह वायरस चमगादड़ों से मनुष्यों में कैसे पहुंचा, इस पर जॉर्ज ने कहा कि सरकार और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की चमगादड़ निगरानी टीम के सर्वेक्षण में पाया गया है कि निपाह स्तनधारियों से उनकी लार के माध्यम से उन स्थानों पर स्थानांतरित हुआ, जहां वे भोजन करने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इसलिए यह जरूरी है कि चमगादड़ द्वारा काटे गए फल या सब्जियां इंसानों द्वारा नहीं खाई जाएं, हालांकि कुछ दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
रियास ने कहा कि जिले के शैक्षणिक संस्थानों में ऑनलाइन कक्षाएं प्रभावी ढंग से चल रही हैं और हर जगह जनता और अधिकारियों के बीच सहयोग का माहौल है।
जॉर्ज ने कहा कि सोमवार शाम तक संक्रमित लोगों के संपर्क में आए 1,270 लोगों का पता लगाया गया है। जिले में अब तक 47,000 से अधिक घर निगरानी में आ चुके हैं।
जॉर्ज ने यह भी बताया कि नौ साल के एक बच्चे सहित चार संक्रमित लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है और बच्चे को फिलहाल वेंटिलेटर से हटा दिया गया है।
मंत्री ने रविवार को कहा था कि निपाह का कोई नया मामला सामने नहीं आया है और संक्रमण को फैलने से रोकने व पृथकवास में रखने जैसे उपाय पिछले संक्रमित मामले की पुष्टि से 42 दिनों तक लागू रहेंगे।
भाषा रवि कांत दिलीप
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