नई दिल्ली: निवर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के विदाई समारोह की 6 सेकंड की एक छोटी सी क्लिप माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगातार प्रसारित की जा रही है. इस वीडियो में दिखाया गया है कि पीएम नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति कोविंद द्वारा किये जा रहे उनके अभिवादन को कथित तौर पर स्वीकार नहीं कर रहे हैं और इसके बजाय उनका पूरा ध्यान कैमरों पर केंद्रित हैं.
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता वाई. सतीश रेड्डी और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह सहित कई ट्विटर यूजर्स और विपक्षी खेमें के नेताओं ने इस क्लिप को पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने निवर्तमान राष्ट्रपति का अभिवादन नहीं किया.
यहां विडंबना इस बात की है कि राष्ट्रपति कोविंद ने अपने विदाई संदेश में सभी सांसदों को राष्ट्रीय हित में दलगत राजनीति से ऊपर उठने और लोगों की भलाई के लिए काम करने की सलाह दी थी. विदाई समारोह में पीएम मोदी के अलावा उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे.
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संजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा था.
ऐसा अपमान Very Sorry Sir
ये लोग ऐसे ही हैं, आपका कार्यकाल ख़त्म अब आपकी तरफ़ देखेंगे भी नही। pic.twitter.com/xaGIOkuyDM— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) July 24, 2022
ऐसा अपमान! वैरी सॉरी सर.
ये लोग ऐसे ही हैं, आपका कार्यकाल ख़त्म. अब आपकी तरफ़ देखेंगे भी नही.
आप के एक अन्य प्रवक्ता सर्वेश मिश्रा ने भी यही वीडियो साझा करते हुए पीएम मोदी पर लालकृष्ण आडवाणी सहित अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं का अपमान करने का आरोप लगाया.
सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष मानुष ने फेसबुक पर यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा- कैमरे के लिए पोज !! सिर्फ कैमरे के लिए ही पोज !! कैमरा के अलावा कुछ नहीं !! (यह विपक्षी दलों के खिलाफ पीएम मोदी के ‘झूठ बोलो’ वाले ताने पर आधारित एक शब्दों का उलटफेर (वर्ड प्ले) था)
इसके अलावा, टीआरएस के सोशल मीडिया संयोजक वाई. सतीश रेड्डी ने भी इसी क्लिप को एक कैप्शन के साथ को ट्वीट किया जिसमें लिखा था : ‘जब ‘फोटोग्राफ’ निवर्तमान ‘राष्ट्रपति’ से अधिक महत्वपूर्ण हो.’
When ‘Photograph’ is more important than the outgoing ‘President’ ? @KTRTRS pic.twitter.com/27wQrhe2Gj
— YSR (@ysathishreddy) July 23, 2022
उत्तर प्रदेश के कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने पीएम मोदी को ‘कैमराजीवी’ के रूप में टैग करते हुए यही वीडियो साझा किया. यह भी मोदी द्वारा गढ़े गए शब्द ‘आंदोलनजीवी’ पर आधारित एक वर्ड प्ले था.
कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के अध्यक्ष ने भी इसी क्लिप को साझा किया और इसे बाद में एनएसयूआई के आधिकारिक हैंडल से भी रीट्वीट किया गया. नीरज कुंदन के इस ट्वीट में लिखा था, ‘मोदी जी कैमरे के लिए किसी को भी नजरअंदाज कर सकते हैं.’
मोदी जी कैमरे के लिए किसी को भी नजरअंदाज कर सकते है.
मोदी जी कैमरे के लिए किसी को भी नजरअंदाज कर सकते है। pic.twitter.com/GpcXY6zTtF
— Neeraj Kundan (@Neerajkundan) July 24, 2022
फैक्ट चेक
हालांकि इस क्लिप से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है, लेकिन 6 सेकंड के इस वीडियो को काट कर और संदर्भ से परे जा कर लिया जा रहा है.
संसद टीवी द्वारा प्रसारित इस वाकये के पूरे वीडियो में पीएम मोदी को 23 जुलाई को संसद के सेंट्रल हॉल के अंदर कैमरे की तरफ मुंह करने से पहले हाथ जोड़कर राष्ट्रपति कोविंद का अभिवादन करते देखा जा सकता है. पूरे वाकये के इस हिस्से को इसी क्लिप में 36 मिनट के बाद वाले भाग में देखा जा सकता है. इसी तरह, राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी कोविंद और मोदी की एक-दूसरे को बधाई देते हुए तस्वीर लगाई गई है.
कुछ ट्विटर यूजर्स ने भी तेजी दिखाते हुए बताया कि इस क्लिप को संदर्भ से पर जा कर पेश किया गया था. उनमें से एक ने आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को पूरी क्लिप दिखाने के लिए कहा. एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन को भी एक अन्य ट्विटर यूजर ने खबर की गलत व्याख्या करने के लिए क्लिप को आंशिक रूप से नहीं दिखाने की सलाह दी.
नीरज जी, आधी क्लिप दिखाकर किसी भी न्यूज़ को गलत तरीके से इंटरप्रेट करना सही नहीं है….
पूरी वीडियो को सही से देखने पर स्पष्ट पता चलता है कि वीडियो किसी खास एंगल से लिया गया है…….
— CA Manish Surolia (@CaManishsurolia) July 24, 2022
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)
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