नई दिल्ली: भारत ने ईरान में 250 भारतीयों में कोरोनावायरस के पॉजिटिव होने की पुष्टि करने से इंकार कर दिया है. वहीं अमेरिका जैसे विकसित देश में इस संक्रामक बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 105 पर पहुंच गई है और यह विषाणु उसके सभी 50 राज्यों तक फैल गया है. जबकि यूरोपीय यूनियन ने 30 दिन के लिए एंट्री बैन लगा दिया है.
पुष्टि नहीं कर सकते कि ईरान में 250 भारतीयों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है: विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि वे इसकी पुष्टि नहीं कर सकते कि क्या ईरान में 250 से अधिक भारतीयों की कोरोनावायरस की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. हालांकि अधिकारियों ने यह स्वीकार किया कि ऐसे लोगों की एक सूची प्रसारित होने के बारे में वे अवगत हैं.
मंगलवार शाम में कोरोनावायरस को लेकर आयोजित एक अंतर मंत्रालयीय प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव डी रवि से ईरान में भारतीयों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बारे में कई बार सवाल किये गए.
रवि ने संवाददाताओं से कहा, ‘निश्चित तौर पर इस तरह की स्थिति में जब ईरान में वायरस का संक्रमण इतना फैला हुआ है तो आपको भारतीय तीर्थ यात्रियों में कुछ पॉजिटिव मामले मिलेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हालांकि इसको लेकर आश्वस्त करते हैं कि वहां भारतीयों की सुरक्षा को लेकर ईरान सरकार के साथ मिशन पूरा सहयोग और समन्वय कर रहा है. राजदूत उन पर काफी ध्यान दे रहे हैं.’
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मीडिया की खबरों में इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि ईरान में 250 से अधिक भारतीयों की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, उन्होंने कहा, ‘इसकी पुष्टि नहीं कर सकते कि ईरान में 250 से अधिक भारतीय जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए हैं. हम यह भी पुष्टि नहीं कर सकते कि क्या ऐसी प्रसारित हो रही सूची असली है या नहीं.’
European Union imposes entry ban for 30 days, says German Chancellor Angela Merkel: AFP news agency #COVID19 (file pic) pic.twitter.com/XEZ550kdEO
— ANI (@ANI) March 17, 2020
जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल ने कहा कि कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर यूरोपीय यूनियन ने 30 दिन का एंट्री बैन लगाया है. न्यूज एजेंसी एएफपी से यह जानकारी सामने आई है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हालात को संभालने के लिए युद्ध जैसे प्रयास तेज कर दिए हैं जिनमें अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए एक हजार अरब डॉलर का पैकेज देना भी शामिल है.
कोविड-19 से अमेरिका में पहली मौत का मामला 26 फरवरी को वाशिंगटन से सामने आया था. एक महीने से ही कम समय में मृतकों की संख्या 100 से अधिक हो गई. देश में संक्रमित मामलों की संख्या 6,500 पार कर गई है.
अमेरिका के राष्ट्रपति ने 10 से अधिक लोगों के एकत्रित न होने का अनुरोध किया है. उन्होंने उनसे घरों के भीतर रहने और जितना संभव हो सके उतना घर से काम करने के लिए कहा है. देशभर में स्कूल, कार्यालय, बार, रेस्तरां और कई स्टोर बंद हैं.
न्यूयॉर्क के मेयर ने कहा कि शहर के 80 लाख 60 हजार निवासियों को कोरोनावायरस महामारी से निपटने के लिए अगले 48 घंटे के भीतर किसी भी समय घर पर रहने का आदेश मिलने के लिए तैयार रहना चाहिए.
इसके साथ ही कोरोनावायरस के कारण आर्थिक सुस्ती से बुरी तरह प्रभावित अमेरिकियों को राहत देने के लिए ट्रम्प ने उन्हें जल्द से जल्द सीधे पैसा भेजने का निर्देश दिया है.
कोरोना वायरस से लड़ने के प्रयासों के तहत कई अमेरिकी राज्यों में कर्फ्यू
अमेरिका ने घातक कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी को रोकने के अपने प्रयासों को तेज करते हुए नागरिकों की आवाजाही को प्रतिबंधित करना शुरू कर दिया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगाह किया है कि इस संकट का सामना गर्मियों के मौसम तक करना पड़ सकता है.
न्यू जर्सी स्टेट और सैन फ्रांसिस्को ने कर्फ्यू की घोषणा की है वहीं ट्रंप ने अमेरिकियों से कहीं भी 10 से अधिक संख्या में एकत्र नहीं होने की अपील की है.
ट्रंप ने पहली बार माना कि वैश्विक महामारी के चलते अमेरिकी अर्थव्यवस्था “संभवत:” मंदी की ओर बढ़ सकती है जहां 1987 के बाद से पहली बार वॉल स्ट्रीट के शेयर करीब 13 प्रतिशत गिरकर सबसे निचले स्तर पर बंद हुए.
कोरोनावायरस का केंद्र रहे चीन के वुहान शहर में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन केवल एक मामले की पुष्टि हुई. हालांकि देश में इस बीमारी से 11 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 3,237 पर पहुंच गई है.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि देश में मंगलवार को कोरोनावायरस के संक्रमण से 11 और लोगों की मौत हुई तथा 13 नए मामलों की पुष्टि हुई.
वुहान और हुबेई प्रांत 23 जनवरी से बंद हैं. हालांकि अब सरकार ने वहां कई उद्योगों और कारोबारों को बहाल करने की योजनाएं शुरू कर दी है.
फ्रांस में कोरोनावायरस से 27 और लोगों की मौत के साथ मरने वाले लोगों की संख्या 175 पर पहुंच गई है.
फ्रांस के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी जेरोम सालोमन ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि देश में संक्रमित मामलों की संख्या अब 7,730 पर पहुंच गई है.
उनकी यह टिप्पणियां तब आई है जब फ्रांस में लोगों को घरों में रहने तथा सभी गैर आवश्यक गतिविधियों को रोकने का ऐलान किया गया है.
फ्रांस के प्रधानमंत्री एडुआर्ड फिलिप ने कहा कि अगर ब्रिटेन कोरोनावायरस से लड़ने के लिए शहरों को बंद करने में नाकाम होता है तो फ्रांस ब्रिटिश यात्रियों को देश में प्रवेश करने से रोक सकता है.
तुर्की ने भी कोरोनावायरस से पहली मौत की पुष्टि की है. देश में संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 98 पर पहुंच गई है.
वहीं, कई विश्व नेताओं ने कोरोना वायरस के कारण शहरों के कई हफ्तों या महीनों तक बंद रहने की आशंका जताई है.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए देशवासियों से कई हफ्तों या महीनों तक घरों में रहने और कारोबार बंद रहने के लिए तैयार रखने का अनुरोध किया है.
आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने भी आगाह किया कि देश में कोरोनावायरस की आपात स्थिति गर्मियों तक जारी रह सकती है. सरकार ने पहले ही स्कूल, विश्वविद्यालय और पब 29 मार्च तक बंद कर दिए हैं. 100 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर भी पाबंदी है.
बेल्जियम की प्रधानमंत्री सोफी विल्म्स ने भी लोगों को कम से कम 5 अप्रैल तक घरों में रहने के लिए कहा है. केवल उन लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी जिन्हें चिकित्सा सेवा की आवश्यकता होगी या वे किसी आवश्यक व्यवसाय में काम कर रहे होंगे.
डेनमार्क ने भी 10 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाने और सुपर मार्केट तथा दवाई की दुकानों के अलावा ज्यादातर दुकानों को बंद करने का ऐलान किया है. डेनमार्क में 1,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं तथा चार लोगों की मौत हो चुकी है.
ऑस्ट्रेलिया ने भी कोरोनावायरस पर लगाम लगाने के लिए अपने नागरिकों को विदेश की यात्रा रोकने का बुधवार को आदेश दिया.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने 100 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक के साथ ही विदेश यात्रा पर ‘अनिश्चितकाल के प्रतिबंध’ की घोषणा की.
मॉरिसन ने इस महामारी पर कहा, ‘यह 100 साल में एक बार होने वाली घटना है. हमने प्रथम विश्व युद्ध के अंत से लेकर अब तक ऑस्ट्रेलिया में इस तरह की चीज नहीं देखी है.’
दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन शहर के तट पर एक क्रूज जहाज और मालवाहक जहाज पर कोरोनावायरस से संक्रमित होने की आशंका में 1,700 से अधिक लोग फंसे हुए हैं.
कोरोनावायरस के संकट के बीच वेनेजुएला ने कहा कि उसने पहले से ही लचर अर्थव्यवस्था के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से पांच अरब डॉलर का आपात कर्ज मांगा है.
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र और नौ देशों ने लीबिया में युद्धरत पक्षों से स्वास्थ्य अधिकारियों को कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने के लिए संघर्ष बंद करने का आह्वान किया है.
अल्जीरिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, ब्रिटेन और अमेरिका के राजदूतों के साथ-साथ लीबिया में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडलों तथा ट्यूनीशिया और संयुक्त अरब अमीरात की सरकारों ने ‘मानवीय युद्ध विराम’ की अपील की है.
वहीं, यूरोपीय संघ परिषद के प्रमुख चार्ल्स मिशेल ने कहा कि अगले सप्ताह होने वाला यूरोपीय संघ नेताओं का शिखर सम्मेलन कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर वीडियो कांफ्रेंस के जरिए होगा.
ग्रैंड प्रिंसेस’ पर पृथक रखे गए चालक दल के भारतीय सदस्यों की मदद कर रहा भारतीय दूतावास
वाशिंगटन में भारतीय दूतावास कोरोना वायरस प्रभावित ‘ग्रैंड प्रिंसेस’ क्रूज जहाज पर सवार चालक दल के भारतीय सदस्यों के संपर्क में है और उन्हें हर प्रकार की आवश्यक मदद मुहैया करा रहा है.
स्थानीय ‘मर्करी न्यूज’ ने बताया कि ओकलैंड में बंदरगाह पर पहुंचने से पहले यह जहाज कई दिन तक कैलिफोर्निया के तट के निकट समुद्र में घूमता रहा था. इसने अंतत: सोमवार सुबह सैन फ्रांसिस्को खाड़ी की ओर बढ़ना शुरू किया.
अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘हम ग्रैंड प्रिंसेस पर चालक दल के भारतीय सदस्यों के कुशलक्षेम को लेकर जहाजरानी कंपनी और अमेरिकी प्राधिकारियों के संपर्क में हैं. चालक दल के सभी सदस्यों को अनिवार्य रूप से 14 दिन तक पृथक रहना होगा.’
उन्होंने कहा, ‘हम उन्हें सभी प्रकार की आवश्यक सहायता मुहैया करा रहे हैं और पृथक रहने की अवधि पूरी होने के बाद हम भारत में उनकी वापसी की व्यवस्था करेंगे.’
इस जहाज पर सवार 2,500 यात्रियों में से 21 यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.
पाकिस्तान वायरस से बचने के लिए शहरों को बंद नहीं कर सकता: इमरान खान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उनका देश कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पश्चिमी देशों की तरह व्यापक पैमाने पर शहरों को बंद नहीं कर सकता.
अमेरिका और कई अन्य देशों ने इस संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने की कवायद में रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया है.
पाकिस्तान में कराची जैसे कई बड़ी आबादी वाले शहर हैं.
खान ने मंगलवार को कहा कि इस कदम पर पहले विचार किया गया था लेकिन अधिकारियों को आशंका है कि यह देश की नाजुक अर्थव्यवस्था को और ध्वस्त देगा.
खान ने राष्ट्र के नाम टेलीविजन पर दिए संबोधन में कहा, ‘पाकिस्तान के हालात अमेरिका या यूरोप के जैसे नहीं हैं…हमारी 25 फीसदी आबादी बेहद मुफलिसी में जी रही है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर हमने शहरों को बंद कर दिया तो हम पहले से ही मुश्किल हालात में रह रहे अपने नागरिकों को कोरोना वायरस से तो बचा लेंगे लेकिन वे भुखमरी से मारे जाएंगे.’
कोरोना वायरस : ईरान में एक ही दिन में 129 लोगों की मौत, आंकड़ा 853 पहुंचा
ईरान में सोमवार को एक ही दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 129 लोगों की मौत हो गई. इसके बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 853 तक पहुंच गया जबकि संक्रमण के 14,991 पुष्ट मामले हैं. ईरान के सरकारी चैनल ने यह जानकारी दी. पश्चिम एशिया क्षेत्र में ईरान में कोरोना वायरस का प्रकोप सबसे अधिक है.
महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक इस वायरस से सोमवार को एक ही दिन में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं. इतना ही नहीं वरिष्ठ अधिकारी भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं.
फार्स और तस्नीम न्यूज एजेंसी ने सोमवार को बताया कि विशेषज्ञों की समिति के एक सदस्य, जिसके पास देश के सर्वोच्च नेता को नामित और निष्काषित करने की शक्ति है, की भी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई.
अयातुल्लाह हाशेम बठाई (78) ईरान के हाल के उन वरिष्ठ अधिकारियों में शुमार हैं, जिनकी इस वायरस से मौत हुई है.
ईरान के 80 वर्षीय सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खमनेई को भी सावधानी बरतते हुए हाल के एक कार्यक्रम में हाथों में दस्ताने पहने हुए देखा गया.
प्रकोप से निपटने वाले अभियान का नेतृत्व कर रहे अली रेजा जाली ने कहा कि अगर यह हालात बरकरार रहे तो यह हमारे पास उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी पड़ सकता है.
ईरान की राजधानी तेहरान के अस्पतालों में 30,000 बिस्तरों के साथ ही देशभर के अस्पतालों में करीब 110,000 बिस्तरों की क्षमता है.
(न्यूजे एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)