पटना, चार अप्रैल (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके राज्यसभा जाने की ‘इच्छा’ को लेकर हो रही कयासबाजी को स्पष्ट रूप से खारिज करते हुए सोमवार को कहा कि “यह महज अटकलें हैं जिनका कोई आधार नहीं है।”
बिहार विधान परिषद के चुनाव के लिए आज यहां वोट डालने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने कहा, “ऐसे ही कुछ भी छपता रहता है। मैं भी देखकर आश्चर्यचकित रहता हूं।”
जदयू के वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर अपना चौथा कार्यकाल पूरा कर रहे नीतीश अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और कहीं नहीं जा रहे हैं।
गौरतलब है कि नीतीश ने 30 मार्च को मीडियाकर्मियों से अनौपचारिक बातचीत में कहा था कि उनकी राज्यसभा जाने की इच्छा अभी पूरी नहीं हुई है। नीतीश के इस बयान के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा होने लगी थी कि वे संसद के उच्च सदन के सभापति बनेंगे।
संवाददाताओं द्वारा बिहार विधान परिषद चुनावों में राजग उम्मीदवारों की संभावना के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, “मुझे यकीन है कि हमारा गठबंधन विधान परिषद की सभी 24 सीटों पर जीत हासिल करेगा।”
बिहार विधान परिषद की दो दर्जन सीटों के लिए सोमवार को मतदान हुआ ।
विधान परिषद की 24 सीटों के सदस्यों का कार्यकाल पिछले साल जुलाई में समाप्त हो गया था लेकिन कोविड 19 महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण चुनाव स्थगित करना पड़ा था। सभी सीटें स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्रों की हैं।
कोविड महामारी के कारण पंचायत चुनाव में विलंब के कारण विधान परिषद चुनाव में देरी हुई।
राज्य में कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति पर मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। मैं आपको एक बात बता दूं कि समाज से अपराध को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है लेकिन उचित पुलिसिंग के जरिए इसे प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है और राज्य पुलिस ऐसा कर रही है।”
गौरतलब कि 28 मार्च को दानापुर में जदयू नेता दीपक मेहता की हत्या को लेकर बिहार विधानसभा के हाल ही में समाप्त हुए बजट सत्र के दौरान विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया था।
भाषा अनवर
शफीक प्रशांत
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