नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा ने पूर्णिया प्रमंडल के लिए ऐतिहासिक विकास योजनाओं की सौगात दी है. इस यात्रा के दौरान पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया और भागलपुर जिलों में औद्योगिक विकास, बाढ़ सुरक्षा और शैक्षिक सुविधाओं के विस्तार से जुड़ी कई योजनाओं की घोषणा की गई है. इन योजनाओं से इस क्षेत्र की बड़ी आबादी को सीधा लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के औद्योगिक ढांचे को सशक्त करना, बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करना और शैक्षिक क्षेत्र में सुधार लाना है.
प्रगति यात्रा के तहत पूर्णिया प्रमंडल के विभिन्न जिलों में औद्योगिक विकास को तेज करने के लिए विशेष उपाय किए गए हैं. कटिहार और किशनगंज में नए औद्योगिक क्षेत्रों का निर्माण किया जाएगा, जहां छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा. स्टार्टअप्स के लिए विशेष वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे. पूर्णिया और भागलपुर में औद्योगिक हब स्थापित किए जाएंगे, जिससे व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. इन हब्स में विभिन्न उद्योगों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.
पूर्णिया प्रमंडल के कई इलाके बाढ़ की समस्या से प्रभावित होते हैं, जिससे हर साल किसानों और स्थानीय निवासियों को नुकसान झेलना पड़ता है. इस समस्या के समाधान के लिए तटबंधों के निर्माण की योजना बनाई गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र की प्रमुख नदियों के किनारे मजबूत तटबंध बनाए जाएंगे, जो बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करेंगे. इससे कृषि भूमि और गांवों को बाढ़ से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा. बाढ़ प्रभावित इलाकों में तटबंधों का निर्माण क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
मुख्यमंत्री ने पूर्णिया में एक मेडिकल कॉलेज की घोषणा की, जिससे क्षेत्र के छात्रों को उच्च चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा. अररिया में भी एक मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा. इसके अलावा, अररिया में एक खेल मैदान का निर्माण किया जाएगा. किशनगंज में एक इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित किया जाएगा, जिससे छात्रों को तकनीकी शिक्षा के बेहतर अवसर मिलेंगे. किशनगंज में फुटओवरब्रिज बनाने की योजना भी है, जिससे यातायात सुविधाओं में सुधार होगा. पूर्णिया प्रमंडल के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर को अब राजकीय मेला का दर्जा दिया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार बिहार के हर जिले में समावेशी और सतत विकास को प्राथमिकता दे रही है. औद्योगिक विकास, तटबंध निर्माण और शैक्षिक सुधारों के जरिए पूर्णिया प्रमंडल की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. सरकार बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है.
इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से पूर्णिया प्रमंडल के तीन करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित होंगे. औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बाढ़ से सुरक्षा मिलने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता मिलेगी और शैक्षिक संस्थानों के निर्माण से युवाओं को बेहतर शिक्षा प्राप्त होगी.
मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान घोषित कई योजनाओं को कैबिनेट से स्वीकृति भी मिल चुकी है. प्रशासनिक अधिकारियों को कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है, जिससे योजनाएं समय पर पूरी हों. इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से पूर्णिया प्रमंडल औद्योगिक समृद्धि, स्थायी बाढ़ सुरक्षा और शैक्षिक प्रगति की दिशा में आगे बढ़ेगा. इससे नागरिकों का जीवन स्तर सुधरेगा और बिहार एक आत्मनिर्भर और प्रगतिशील राज्य के रूप में उभरेगा.
यह भी पढ़ें: सड़कें, राशन कार्ड और CRPF गुरुकुल — माओवाद को जड़ से मिटाने के लिए बस्तर नए हथियारों के साथ तैयार