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बुधवार, 14 मई, 2025
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मंजू सिन्हा की पुण्यतिथि पर नीतीश कुमार ने दी श्रद्धांजलि, कल्याण बिगहा में किया स्मरण

पहली बार गया में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन हुआ, जिसमें तैराकी, खो-खो, थांगटा, योग, गतका, मलखम और कलारीपट्टु जैसे पारंपरिक और समकालीन खेलों की प्रतियोगिताएं कराई गईं.

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नई दिल्ली: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को अपनी दिवंगत धर्मपत्नी मंजू कुमारी सिन्हा की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. वे सबसे पहले कंकड़बाग स्थित मंजू कुमारी सिन्हा स्मृति पार्क पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद वे अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा, हरनौत स्थित कविराज रामलखन सिंह स्मृति वाटिका पहुंचे, जहां उन्होंने दोबारा मंजू सिन्हा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

 

कल्याण बिगहा में उन्होंने अपने माता-पिता–परमेश्वरी देवी और कविराज रामलखन सिंह की प्रतिमाओं पर भी पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान उनके पुत्र निशांत कुमार, बड़े भाई सतीश कुमार समेत परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे. नीतीश कुमार ने गांव के देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की. उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनके शीघ्र समाधान के निर्देश दिए.

खेलो इंडिया समर गेम्स: गया बना ऐतिहासिक खेल स्थल

पहली बार गया में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन हुआ, जिसमें तैराकी, खो-खो, थांगटा, योग, गतका, मलखम और कलारीपट्टु जैसे पारंपरिक और समकालीन खेलों की प्रतियोगिताएं कराई गईं. आयोजन बोधगया स्थित आईआईएम और बिपार्ट संस्थान के खेल परिसर में किया गया.

देशभर के डेढ़ दर्जन से अधिक राज्यों से आए युवाओं ने खेलों के इस समर में भाग लिया. इस आयोजन ने गया को खेल मानचित्र पर नई पहचान दिलाई. अब तक मोक्ष और बौद्ध तीर्थस्थल के रूप में प्रसिद्ध गया में खेल गतिविधियों का ऐसा आयोजन पहली बार देखा गया.

बिपार्ट के खेल परिसर में विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें ओलंपिक साइज स्वीमिंग पुल, साइकलिंग ट्रैक, दौड़ के ट्रैक, वॉलीबॉल और लॉन टेनिस कोर्ट शामिल हैं. यहां इंडोर स्टेडियम ‘मेजर ध्यानचंद खेल परिसर’ में बैडमिंटन, टेबल टेनिस, स्नूकर और एयर पिस्टल शूटिंग रेंज की व्यवस्था भी है.

आईआईएम के खुले परिसर में भी प्रतियोगिताओं के लिए जर्मन हैंगर लगाकर आयोजन किया गया. खिलाड़ियों के लिए ठहरने, खाने और आने-जाने की बेहतर व्यवस्थाएं की गईं. आयोजकों के अनुसार, इससे गया के होटल, रेस्तरां और लोकल व्यवसायों को अच्छा आर्थिक लाभ मिला.

खेलों में बिहार के खिलाड़ियों ने भी दम दिखाया. गतका प्रतियोगिता में बिहार को सर्वाधिक 9 पदक मिले, जबकि योग समेत अन्य खेलों में भी राज्य ने पदक हासिल किए. आयोजकों का कहना है कि भविष्य में गया को राष्ट्रीय स्तर पर खेलों का केंद्र बनाने की संभावना मजबूत हुई है.


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