नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बिना जाने-समझे बजट पर टिप्पणी कर रहे हैं तथा वह जो उपदेश देते हैं उसे उन्हें अपनी पार्टी द्वारा शासित राज्यों में पहले लागू करना चाहिए।
संसद में वर्ष 2022-23 का बजट पेश किये जाने के बाद गांधी ने कहा कि बजट में वेतनभोगी वर्ग, मध्य वर्ग, गरीबों, किसानों, युवाओं और छोटे कारोबारियों के लिए कुछ नहीं है।
सीतारमण ने मीडिया के साथ संवाद के दौरान कहा, ‘‘ वह सही नहीं है। सबसे पुरानी पार्टी के नेता के तौर पर (आप ) कृपया समझें कि क्या कहा गया है। मुझे उनलोगों पर दया आती है जो तुरत प्रतिक्रिया दे देते हैं। सोच-समझकर तुरंत प्रतिक्रिया का जवाब देने को मैं तैयार हूं लेकिन सिर्फ इसलिए बोलना कि आप उसे ट्विटर पर डालना चाहते हैं, तो उससे मदद नहीं मिलती है। ’’
उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार देश को नाजुक पांच अर्थव्यवस्थाओं में छोड़कर गयी थी।
वर्ष 2013 में भारत को उन ‘नाजुक पांच अर्थव्यवस्थाओं’ की श्रेणी में डाल दिया गया था जो काफी हद तक विकास के लिए विदेशी पूंजी पर आश्रित थी।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘ वह (राहुल गांधी) जो उपदेश हमें दे रहे हैं, उसे उन्हें कांग्रेस शासित राज्यों में जाकर लागू करना चाहिए।’’
उन्होंने सवाल किया कि क्या पंजाब एवं छत्तीसगढ़ में रोजगार की स्थिति बेहतर है। उन्होंने कहा, ‘‘ क्या वह महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्याएं रोक पाये हैं।’’
उन्होंने कहा कि कुछ कहने से पहले वह जो उपदेश देते हैं, उसे उन्हें लागू करना चाहिए।
सीतारमण ने कहा, ‘‘ मैं आलोचना स्वीकार करती हूं लेकिन उससे नहीं जिसने होमवर्क नही किया है।’’
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने भी कहा कि यह मान लेना सही है कि राहुल गांधी बजट को समझ नही पाये जिसके दूरगामी असर होंगे।
भाषा राजकुमार उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.