ठाणे, नौ अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के ठाणे शहर में सात विचाराधीन कैदियों को मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय कथित लापरवाही और ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि जांच में पाया गया कि चार अगस्त को जब सात विचाराधीन कैदियों को कलवा सिविक अस्पताल ले जाया गया तो कई गड़बड़ियां हुईं।
उन्होंने बताया कि इसके आधार पर पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय-दो) डॉ. पवन बन्सोड ने निलंबन आदेश जारी किया।
अधिकारी ने कहा कि पुलिस टीम कैदियों की ठीक से निगरानी करने में नाकाम रही, जिससे कदाचार का संदेह पैदा हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘अस्पताल में जांच के दौरान पता चला कि सात में से सिर्फ पांच कैदी ही मौजूद थे। एक कैदी के हाथ में हथकड़ी भी नहीं लगी थी, और टीम का एक सदस्य ड्यूटी करने के बजाय मोबाइल फोन पर बात करता पाया गया।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘इसके बाद पुलिस टीम ने कथित तौर पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दो लापता कैदियों की जानकारी को लेकर गुमराह किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टीम ने पहले दावा किया कि दोनों एक्स-रे कराने गए थे। लेकिन जब एक्स-रे विभाग और आस-पास के इलाकों की जांच की गई तो वहां उनका कोई पता नहीं चला। इसके बाद टीम ने कहा कि कैदी शौचालय गए थे, लेकिन वे वहां भी नहीं मिले। आखिरकार, अपराह्न तीन बजकर 50 मिनट पर दोनों कैदियों का पता चला।’’
निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में गंगाराम घुले, गिरीश पाटिल, विलास मोहिते, किशोर शिर्के, अशोक मुंडे, संदीप खरात, सुनील निकालजे, भरत जयभय और विक्रम जम्बुरे हैं।
भाषा खारी नेत्रपाल
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