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Saturday, 16 November, 2024
होमदेशकाफी समय से परेशान कर रहा था तौसीफ, 2018 में शिकायत भी दर्ज कराई थी: निकिता तोमर का परिवार

काफी समय से परेशान कर रहा था तौसीफ, 2018 में शिकायत भी दर्ज कराई थी: निकिता तोमर का परिवार

तौसीफ और निकिता फरीदाबाद के रावल इंटरनेशनल स्कूल में एक साथ पढ़ते थे. वर्तमान में तौसीफ गुरुग्राम से फिजियोथेरेपी का कोर्स कर रहा है जबकि निकिता बी.कॉम फाइनल ईयर की छात्रा थी.

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नई दिल्ली: हरियाणा के बल्लभगढ़ में 21 वर्षीया छात्रा की उसके कॉलेज के बाहर गोली मारकर हत्या करने के मामले में निकिता तोमर के परिवार ने कथित तौर पर कहा कि उसे इसलिए मार दिया गया क्योंकि उसने इस्लाम धर्म अपनाने से मना कर दिया था.

दिप्रिंट से बात करते हुए निकिता की मां विजयवति तोमर ने कहा, ‘हमारी बेटी काफी समझदार थी. उसकी हत्या कर दी गई क्योंकि वह जानता था कि वो उसे जबरदस्ती इस्लाम में परिवर्तन नहीं करा पाएगा…वह सरकारी अधिकारी बनना चाहती थी और सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए योजना बना रही थी.’

विजयवती ने मुख्य आरोपी तौसीफ अहमद की तरफ इशारा किया जिसे सोमवार को वारदात के पांच घंटे के बाद ही हिरासत में ले लिया गया था. एक और आरोपी रेहान को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है. तौसीफ सोहना के कबीर नगर का रहने वाला है और रेहान मेवात के रीवासन गांव का रहने वाला है.

सोमवार को फरीदाबाद के अग्रवाल कॉलेज के बाहर दोनों आरोपी लड़की का इंतजार कर रहे थे जहां वो बी.कॉम की परीक्षा देने गई थी. वायरल सीसीटीवी वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों ने पहले उसे उठाने की कोशिश की लेकिन उसकी तरफ से रोकने पर गोली मार दी.

पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी वारदात की जगह से फरार हो गए थे और मेवात पहुंचने से पहले ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया. फरीदाबाद के एसीपी क्राइम अनिल कुमार के नेतृत्व में जांच के लिए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है.

मंगलवार को निकिता का अंतिम संस्कार किया गया. वो अपने परिवार और बड़े भाई के साथ रहती थी.


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‘परिवर्तन के लिए जबर्दस्ती’

पुलिस के मुताबिक तौसीफ अहमद को निकिता और उसका परिवार जानता था और उसने दो साल पहले उसका अपहरण करने का प्रयास किया था. एसीपी अनिल कुमार ने दिप्रिंट को बताया, ‘2018 में तौसीफ ने लड़की का अपहरण किया था. हालांकि बाद में लड़की के परिवार ने शिकायत वापस ले ली थी.’

विजयवती तोमर ने कहा कि तौसीफ के परिवार वालों के ‘माफी मांगने’ के बाद शिकयात वापस ले ली थी.

निकिता के पिता मूलचंद तोमर ने कहा, ‘लड़की को परेशान करने पर हमने 2018 में लड़के के खिलाफ शिकायत की थी. लेकिन अहमद के परिवार वालों के कहने पर और वापस ऐसा न होने की बात पर हमने शिकायत वापस ले ली.’

तौसीफ और निकिता फरीदाबाद के रावल इंटरनेशनल स्कूल में एक साथ पढ़ते थे. वर्तमान में तौसीफ गुरुग्राम से फिजियोथेरेपी का कोर्स कर रहा है जबकि निकिता बी.कॉम फाइनल ईयर की छात्रा थी.

A family member of Nikita Tomar holds her picture at her home. | Photo: Suraj Singh Bisht/ThePrint
निकिता तोमर की तस्वीर लिए उसके रिश्तेदार | फोटो: सूरज सिंह बिष्ट | दिप्रिंट

निकिता के भाई ने आरोप लगाया है कि तौसीफ की तरफ से ‘लव जिहाद’ का प्रयास था.

इंजीनियरिंग पूरी कर दिल्ली में एसएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले 25 वर्षीय नवीन तोमर ने कहा, ‘तौसीफ उससे शादी करना चाहता था और समय-समय पर उसपर दबाव बनाता था लेकिन निकिता उसे पसंद नहीं करती थी. वो लव जिहाद करना चाहता था और उससे इस्लाम कबूलवाना चाहता था.’

उसने कहा, ‘हम चाहते हैं कि दोनों को फासी दी जाए. तभी न्याय मिलेगा. फांसी से कम कुछ भी नहीं.’

परिवार वालों और दोस्तों ने मंगलवार को न्याय की मांग करते हुए फरीदाबाद फ्लाई-वे पर प्रदर्शन किया और कड़ी कार्रवाई की मांग की.

लड़की के रिश्तेदार गंगाश्याम ने कहा, ‘ऐसा यहां होता रहेगा जब तक योगी सरकार आरोपियों को विकास दुबे की तरह ट्रीट नहीं करेगी.’

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि तौसीफ ने अपराध कबूल लिया है और उसने कहा है कि उसने निकिता को इसलिए मारा क्योंकि वो किसी और के साथ शादी करने की योजना बना रही थी. सूत्रों के मुताबिक पुलिस की जांच में ये पता चला है कि वारदात से एक रात पहले निकिता और तौसीफ के बीच फोन पर बातचीत हुई थी.


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राजनीतिक कनेक्शन और आरोपी का परिवार

हालांकि तौसीफ अहमद के रिश्तेदारों ने ‘लव जिहाद’ के आरोपों से इंकार किया है.

नाम न बताने की शर्त पर तौसीफ के रिश्तेदार ने कहा, ‘वो एक अच्छा लड़का था और गुस्से का कोई मुद्दा नहीं था. हम लड़की को जानते थे लेकिन ये नहीं कह सकते कि उसने ऐसा क्यों कहा. ये लोग इसे राजनीतिक मुद्दा बना रहे हैं इसलिए वो ‘लव जिहाद’ बता रहे हैं.’

तौसीफ जमींदारों और नेताओं के परिवार से ताल्लुक रखता है जिसका कांग्रेस से संबंध है.

तौसीफ के दादा चौधरी कबीर अहमद जिनके नाम पर कबीर नगर का नाम रखा गया है, मेवात के विधायक रह चुके हैं. कबीर अहमद के पिता खुशीद अहमद पांच बार हरियाणा विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं और राज्य में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. तौसीफ के रिश्तेदार अफताब अहमद वर्तमान में नूंह से कांग्रेस के विधायक हैं.

आरोपी के दोस्त ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘तौसीफ ने 2018 में नीट की परीक्षा पास की थी. वो अच्छा विद्यार्थी था. मुझे नहीं पता वो कैसे इस सब में आ गया.’

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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