बिलासपुर, दो मार्च (भाषा) छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय की युगल पीठ ने झीरम घाटी नक्सली हमला मामले में दर्ज दूसरी प्राथमिकी पर जांच के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अपील को खारिज कर दिया है। राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता सुनील ओटवानी ने यह जानकारी दी।
ओटवानी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में 25 मई वर्ष 2013 को हुए झीरम घाटी नक्सली हमले में शहीद कांग्रेस नेता उदय मुदलियार के पुत्र जितेन्द्र मुदलियार ने वर्ष 2020 में दरभा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि दर्ज प्राथमिकी में हत्या और आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया था।
इस दौरान पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस में दर्ज इस आपराधिक प्रकरण को एनआईए ने विशेष अदालत में चुनौती दी थी। आवेदन में प्रकरण को एनआईए को सौपने और एजेंसी द्वारा ही जांच करने की मांग की गई थी। जगदलपुर में एनआईए की विशेष अदालत ने आवेदन को खारिज कर दिया था। ओटवानी ने बताया कि विशेष अदालत के इस फैसले के खिलाफ एनआईए ने उच्च न्यायालय में अपील की थी। न्यायालय ने सुनवाई के दौरान प्रकरण की जांच पर रोक लगा दी थी।
उन्होंने बताया कि पिछले फरवरी माह में न्यायालय की युगल पीठ ने मामले में अंतिम सुनवाई कर फैसला सुरक्षित कर लिया था। अधिवक्ता ने बताया कि न्यायालय में बुधवार को जस्टिस आरसीएस सामंत और जस्टिस अरविन्द सिंह चंदेल की युगल पीठ ने इस मामले में फैसला सुना दिया है। न्यायालय ने एनआईए की अपील को खारिज कर दिया है।
ओटवानी ने बताया कि उच्च न्यायालय में एनआईए की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विक्रमजीत बनर्जी और असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल रमाकांत मिश्रा ने बहस की। इसी तरह राज्य शासन की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता सुनील ओटवानी ने और जितेन्द्र मुदलियार की तरफ से अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव ने बहस की। एनआईए की तरफ से कहा गया कि झीरम घाटी मामले में राज्य पुलिस को किसी भी प्रकार की प्राथमिकी अथवा जांच का अधिकार नहीं है।
जबकि राज्य शासन और मुदलियार के वकीलों ने एनआईए की विशेष अदालत के फैसले को उचित ठहराते हुए कहा था कि दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो सत्र न्यायाधीश को दूसरी प्राथमिकी के रिकॉर्ड को स्थानांतरित करने का अधिकार देता हो। बस्तर क्षेत्र के झीरम घाटी में 25 मई, 2013 को नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल समेत 29 लोगों की मौत हो गई थी।
भाषा सं संजीव संजीव संतोष
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