नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने गुरुवार को एक कार में 23 अक्टूबर को कोयंबटूर एलपीजी सिलेंडर विस्फोट की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा जांच कराने के आदेश दिए, इसमें क्रॉस-स्टेट घटनाक्रम की संभावना और जांच में अंतरराष्ट्रीय तत्वों की भूमिका होने की आशंका जताई गई थी.
इस मामले में एनआईए ने जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मामले में एनआईए जांच की सिफारिश करने के एक दिन बाद गृह मंत्रालय के काउंटर-टेररिज्म एंड काउंटर रेडिकलाइजेशन (सीटीसीआर) डिवीजन ने आदेश जारी किया.
एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कि ‘एनआईए बहुत जल्द मामले को संभालेगी.’
स्टालिन ने बुधवार को गृह मंत्रालय को एक सिफारिश पत्र में कोयंबटूर के उक्कदम इलाके में कार सिलेंडर विस्फोट से संबंधित मामले की जांच एनआईए को ट्रांसफर करने का अनुरोध किया था और पुलिस को कोयंबटूर में सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था.
स्टालिन की सिफारिश के बाद मामले की जांच को लेकर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सीएम कार्यालय में बुधवार को विस्तृत समीक्षा बैठक हुई.
तमिलनाडु पुलिस ने अब तक मामले के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) लागू किया है.
गिरफ्तार किए गए लोगों को जमीशा मुबीन के सहयोगी के रूप में पहचाना गया है जिनकी 23 अक्टूबर को सुबह 4 बजे के आसपास कोयंबटूर में एक मंदिर के करीब मारुति 800 के अंदर एलपीजी सिलेंडर विस्फोट के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में जलाकर मौत हो गई थी.
पुलिस के अनुसार, इंजीनियरिंग स्नातक 25 वर्षीय मुबीन से पहले एनआईए ने 2019 में कथित आतंकी लिंक के लिए पूछताछ की थी. उसका नाम मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर है.
सोमवार रात को गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में मोहम्मद थलका (25), मोहम्मद असरुद्दीन (25), मुहम्मद रियाज (27), फिरोज इस्माइल (27) और मोहम्मद नवाज इस्माइल (27) शामिल थे. हालांकि, छठे व्यक्ति की पहचान मृतक के रिश्तेदार अफसर खान के रूप में हुई है. गुरुवार को पहली गिरफ्तारी की गई थी. खान मृतक का चचेरा भाई है. उसे दो दिन पहले विशेष जांच दल ने पकड़ा था.
बुधवार दोपहर पुलिस अधिकारियों ने खान के आवास पर भी छापेमारी की और उनका लैपटॉप जब्त कर लिया था.
चूंकि विस्फोट सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र उक्कदम में हुआ था, इसलिए राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी, जिनमें पुलिस महानिदेशक सिलेंद्र बाबू और अतिरिक्त डीजीपी (कानून व्यवस्था) थमराई कन्नन शामिल थे, मौके पर पहुंच गए थे.
डीजीपी ने रविवार को कहा कि पुलिस को उक्कदम में मुबीन के घर में विस्फोटक बनाने के लिए प्रयुक्त सामग्री मिली है. उन्होंने 75 किलोग्राम पोटेशियम नाइट्रेट, चारकोल, एल्यूमीनियम पाउडर और सल्फर जब्त किया, जिसका इस्तेमाल विस्फोटक बनाने में किया जा सकता है.
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