नयी दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पिछले महीने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित गुरुद्वारे पर हुए हमले की जांच करेगी जिसमें भारतीय नागरिक सहित 27 लोगों की मौत हुई. एजेंसी ने बुधवार को इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की जो विदेश में एनआईए द्वारा जांच किया जाने वाला पहला मामला है.
एजेंसी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, एनआईए कानून में संशोधन के बाद यह अपने तरह का पहला मामला है. संशोधित कानून में एनआईए को देश के बाहर किसी भी ऐसे मामलों की जांच करने के लिए सशक्त किया गया है जिसमें भारतीय या भारत का हित प्रभावित हुआ हो.
एजेंसी ने बताया कि मामला भारतीय दंड संहिता और आतंकवाद निरोधी कानून के धाराओं के तहत दर्ज किया गया है.
केरल के युवक की भूमिका की भी जांच
केंद्रीय एजेंसियां अफगानिस्तान में एक गुरद्वारे पर हमले के सिलसिले में केरल के युवक मोहम्मद मुहसिन की भूमिका की जांच कर रही हैं. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
समझा जाता है कि मुहसिन आईएसआईएस के आतंकवादियों में से एक था. इसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमें 25 लोग मारे गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि यह युवक केरल के कासरगोड का रहने वाला था और वह 2018 में भारत से संयुक्त अरब अमीरात गया था. माना जाता है कि वह वहीं से अफगानिस्तान में आईएसआईएस में शामिल हो गया.
उन्होंने बताया कि उसकी पहचान तब हो पायी जब इस्लामिक स्टेट के अखबार ने उसकी तस्वीर छापी और उसे कुन्या (अरबी नाम) अबू खालिद अल हिंदी बताया.
अधिकारियों ने बताया कि 2017 में वह अपने परिवार के साथ मलेशिया से लौटा था और बाद में काम की तलाश में सऊदी अरब चला गया. उसी साल वह वहां से लौट आया और कुछ समय तक अपने परिवार के साथ रहने के बाद 2018 में वह संयुक्त अरब अमीरात चला गया.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को एक प्रमुख गुरद्वारे में हथियारों से लैस आत्मघती बम हमलावर ने हमला किया जिसमें कम से कम 25 श्रद्धालु मारे गये और आठ अन्य घायल हो गए.
इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी .
उल्लेखनीय है कि 25 मार्च को हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट खोरसान प्रोविंस (आईएसकेपी) ने ली थी.