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रविवार, 22 जून, 2025
होमदेशपहलगाम हमले में NIA ने की पहली गिरफ्तारी—आतंकियों को खाना खिलाने और पनाह देने वाले दो लोग अरेस्ट

पहलगाम हमले में NIA ने की पहली गिरफ्तारी—आतंकियों को खाना खिलाने और पनाह देने वाले दो लोग अरेस्ट

एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि दोनों व्यक्तियों ने पहलगाम आतंकवादी हमले से पहले आतंकवादियों को खाना खिलाया, उन्हें मौसमी झोपड़ी में आश्रय दिया.

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को दो कश्मीरी लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर पहलगाम आतंकी हमले में शामिल कम से कम तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को हमला करने से पहले खाना, पनाह और अन्य मदद देने का आरोप है.

एनआईए ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम परवेज अहमद जोठार और बशीर अहमद जोठार हैं. एजेंसी को शक है कि इन दोनों ने पाकिस्तान से आए आतंकवादियों को पहलगाम में एक मौसमी झोपड़ी में छिपाया था. एनआईए के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि परवेज और बशीर ने कम से कम तीन आतंकवादियों की पहचान उजागर की है, और पुष्टि की है कि वे पाकिस्तानी नागरिक हैं और पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े हैं.

प्रवक्ता ने बताया, “एनआईए की जांच के अनुसार, परवेज और बशीर ने हमले से पहले हिल पार्क में एक मौसमी ढोक (झोपड़ी) में तीनों हथियारबंद आतंकवादियों को जानबूझकर पनाह दी थी. इन दोनों ने आतंकवादियों को खाना, रहने की जगह और अन्य मदद दी थी. इन आतंकियों ने उस दोपहर धार्मिक पहचान के आधार पर पर्यटकों को चुनकर गोली मारी, जिससे यह अब तक के सबसे भयावह आतंकी हमलों में से एक बन गया.”

यह घटनाक्रम ठीक दो महीने बाद हुआ है जब आतंकवादियों के एक समूह ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन घास के मैदानों में पर्यटकों पर हमला किया था. इस हमले में 24 भारतीय पर्यटक, एक कश्मीरी स्थानीय और एक नेपाली पर्यटक की जान गई थी. चश्मदीदों के अनुसार, आतंकवादी ऑटोमैटिक राइफलों से लैस थे और उन्होंने धार्मिक पहचान के आधार पर लोगों को चुनकर उनके परिवारों के सामने ही पास से गोली मारी.

इस मामले में पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने केस दर्ज किया था, जिसे बाद में गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनआईए को सौंपा गया.

एनआईए की टीम 22 अप्रैल को हुए हमले के कुछ घंटों बाद ही मौके पर पहुंच गई थी. तभी से एजेंसी जांच में लगी है और एक आईजी रैंक अधिकारी के नेतृत्व में तीन वरिष्ठ अधिकारियों की टीम इस केस की जांच कर रही है.

भारत ने पहलगाम हमले का जवाब 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत जम्मू-कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले कर दिया था, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया. जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय भी शामिल थे. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत के सैन्य और नागरिक ढांचों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और एयरफोर्स बेस पर हमला किया. दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता गया लेकिन 10 मई को शांति समझौते पर सहमति बनी.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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