नयी दिल्ली, 15 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 2019 में तमिलनाडु में जबरन धर्मांतरण का विरोध करने पर पीएमके कार्यकर्ता रामलिंगम की हत्या में शामिल एक घोषित अपराधी को जानबूझकर शरण देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
बयान में कहा गया है कि पांच फरवरी, 2019 को तंजावुर के पाकु विनायकम थोप्पू में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों और पदाधिकारियों ने पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के कार्यकर्ता की हत्या कर दी थी।
एनआईए के मुताबिक, पूम्बाराई पैलेस के मालिक मोहम्मद अली जिन्ना ने भगोड़े शाहुल हमीद को अपने यहां शरण दी थी।
बयान में कहा गया है कि विश्वसनीय जानकारी के आधार पर डिंडीगुल जिले के कोडाइकनाल में स्थित संपत्ति की एनआईए द्वारा तलाशी लेने से पहले शाहुल काफी समय वहां छिपा रहा।
बयान में कहा गया है कि व्यापक जांच के बाद, एनआईए ने दो अगस्त, 2019 को चेन्नई में एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष मामले में पांच भगोड़ों समेत 18 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
भाषा जोहेब रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.