नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुजरात के कच्छ से एक भारतीय नागरिक को ‘आईएसआई एजेंट’ के रूप में काम करने और भारत में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम करने वाले ऑपरेटिव को पैसे हस्तांतरित करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
एनआईए ने एक बयान में कहा कि रविवार को मुंद्रा डॉकयार्ड में पर्यवेक्षक के रूप में काम कर रहे राजकभाई कुंभार को गिरफ्तार किया गया है.
नाम न बताने की शर्त पर एनआईए अधिकारी ने कहा कुंभार का नाम मोहम्मद राशिद से पूछताछ के दौरान सामने आया, जिन्हें स्थानीय पुलिस ने जनवरी में पाकिस्तान से संवेदनशील जानकारी देने के लिए लखनऊ से गिरफ्तार किया था. फिर मामला एनआईए को स्थानांतरित कर दिया गया, जिसने इस साल 6 अप्रैल को इस संबंध में मामला दर्ज किया.
अधिकारी ने कहा, ‘जांच के दौरान, यह पता चला कि राशिद पाकिस्तान के रक्षा और आईएसआई संचालकों के संपर्क में था और दो बार पाकिस्तान का दौरा कर चुका था. उसने भारत में कुछ संवेदनशील और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की तस्वीरों को ट्रांसमिट किया था और पाकिस्तान में आईएसआई के संचालकों के साथ सशस्त्र बलों के मूवमेंट के बारे में जानकारी साझा की थी.
कुंभार के पास पाकिस्तान के संपर्क हैं, एक फाइनेंसर के रूप में काम किया ’
एनआईए के बयान के अनुसार राजाभाई कुंभार ने कथित तौर पर आईएसआई की ओर से एक फाइनेंसर के रूप में काम किया और भारत में पाकिस्तानी एजेंसी के लिए काम करने वाले ऑपरेटर्स को पैसे ट्रांसफर किए.
एजेंसी ने कहा कि कुंभार ने पेटीएम के माध्यम से 5,000 रुपये की राशि का भुगतान रिज़वान के नाम से एक खाते में किया और इसके बाद राशिद को सौंप दिया गया.
यह भी पढ़ें : पुलवामा आतंकी हमले में एनआईए की 5000 पन्ने की चार्जशीट में जैश प्रमुख मसूद अजहर का भी नाम
अधिकारी ने कहा, ‘राशिद को आईएसआई संचालकों द्वारा रशीद द्वारा आईएसआई एजेंटों को दी गई जानकारी के एवज में राजकभाई कुंभार द्वारा रशीद को आरोपी बनाया गया था.’
एजेंसी ने कहा कि आईएसआई ने कुंभार को भारत में अपने एजेंटों को पैसे देने के लिए लगाया था. एनआईए के एक सूत्र के मुताबिक, हवाला समेत अवैध तरीकों से पैसा पाकिस्तान के कुंभार तक पहुंचा और उसने इसे बैंक ट्रांसफर, ई-वॉलेट्स आदि के जरिए भारत में आईएसआई एजेंटों के पास भेज दिया.
आईएसआई ने भारत में अपने ऑन-ग्राउंड एजेंटों के लिए कुंभार को पैसे भेजे क्योंकि वे सीधे उन्हें पैसे नहीं भेज सकते हैं. कुंभार ने पाकिस्तान से धन प्राप्त किया और फिर इसे भारत में एजेंटों को वितरित किया. सूत्र ने कहा कि आईएसआई इस तरह का इस्तेमाल करता है.
‘पाकिस्तान गए थे, अपनी पत्नी का इस्तेमाल किया’
सूत्र ने कहा कि कुंभार अपने दो पाकिस्तान दौरे पर आईएसआई एजेंटों के संपर्क में आया. उसकी पत्नी पाकिस्तानी नागरिक हैं.
उसकी पत्नी पाकिस्तान से है, रिश्तेदार हैं और अक्सर देश का दौरा करता था. इस दौरान आईएसआई ने संपर्क किया और फाइनेंसर के रूप में काम करने के लिए कहा. उन्होंने उसे बताया कि वे उसे विभिन्न माध्यमों से पैसा भेजेंगे और उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि यह भारत में उनके एजेंटों तक पहुंचे, उन्होंने कहा कि उन्हें इसके लिए पैसे मिलेंगे.
यह भी पढ़ें :मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू कश्मीर में 50,000 नौकरियों का वादा किया, अब तक केवल 4,300 पद भरे गए
सूत्र ने कहा कि कुंभार ने अपनी पत्नी का इस्तेमाल कई लेन-देन के लिए भी किया. चूंकि वह एक पाकिस्तानी नागरिक है, इसलिए उसने सोचा कि उसके लिए पाकिस्तान से भारत में पैसा लाना सुरक्षित होगा. उन्होंने कहा कि इस तरह के कई लेन-देन के लिए इस्तेमाल किया गया था और इस तरह से अन्य अवैध तरीकों से पैसा भारत पहुंच गया.
सूत्र ने कहा, ‘कुंभार के घर पर 27 अगस्त को एक तलाशी ली गई थी और कई गुप्त दस्तावेजों को जब्त किया गया था.’
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)