नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बृहस्पतिवार को युवाओं को ‘डंकी रूट’ के जरिये अमेरिका भेजने के रैकेट से जुड़े एक मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एनआईए ने एक बयान जारी कर बताया कि हरियाणा और पंजाब में चार स्थानों पर छापेमारी कर आरोपियों को हिरासत में लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रवि कुमार और गोपाल सिंह के रूप में की गई है।
एनआईए ने करनाल जिले में दो, यमुनानगर (हरियाणा) और गुरदासपुर (पंजाब) में एक-एक स्थान पर तलाशी ली।
इसने कहा कि तलाशी के दौरान जब्त डिजिटल उपकरणों और अन्य सामग्री की जांच की जा रही है।
अभिकरण की जांच से पता चला कि करनाल जिले के रहने वाले रवि और गोपाल एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हिस्सा थे, जो भारतीय नागरिकों को अमेरिका की वैध यात्रा का झूठा वादा करके जाल में फंसाते थे।
बयान में कहा गया है, ‘‘गोपाल ने एक अन्य आरोपी जय कुमार और रवि के साथ मिलकर कई पीड़ितों के अवैध प्रवास की साजिश रची थी। उसने न केवल पीड़ितों के लिए होटल बुकिंग और यात्रा का प्रबंधन किया, बल्कि अन्य सह-पीड़ितों के लिए एजेंट के रूप में भी काम किया।’’
एनआईए की अब तक की जांच के अनुसार, उसने पीड़ितों और उनके परिवारों से भुगतान एकत्र करने में अन्य आरोपियों की सहायता की।
यह मामला हरियाणा के नारायणगढ़ निवासी शुभम सैनी के अमेरिका में अवैध प्रवास से संबंधित है।
शुभम को इस साल जनवरी में अमेरिका की सीमा पर पकड़ा गया था और बाद में उसे भारत भेज दिया गया था।
शुभम ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसे दक्षिण और मध्य अमेरिकी देशों के रास्ते अमेरिका ले जाया गया।
एनआईए के मुताबिक, इस दौरान उसे कई बार बंधक बनाकर प्रताड़ित और ब्लैकमेल किया गया। आरोप है कि इस काम के लिए उसके परिवार से कुल 42 लाख रुपये वसूले गए।
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राखी सुरेश
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