नयी दिल्ली, तीन जून (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों के एक समूह से आह्वान किया कि वे लोक सेवा की भावना को प्रतिबिंबित करने वाले मूल्यों पर कायम रहते हुए अपने प्राधिकार का इस्तेमाल सहानुभूति और निष्पक्षता के साथ करें।
मुर्मू ने कहा कि समावेशी विकास में उनका योगदान महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के प्रयासों में विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए कि हाशिये पर पड़े और कमजोर वर्ग देश को विकसित राष्ट्र बनाने की यात्रा में पीछे न छूट जाएं।
मुर्मू ने कहा, ‘‘जब गरीब और वंचित लोग विकास और समृद्धि का अनुभव करेंगे, तभी हम विकसित राष्ट्र के लक्ष्य को प्राप्त करने के करीब होंगे।’’
मुर्मू यहां राष्ट्रपति भवन में राज्य सिविल सेवाओं से नियुक्त आईएएस अधिकारियों को संबोधित कर रही थीं, जो मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में 127वें प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। ये अधिकारी यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति से मिलने आये थे।
उन्होंने कहा कि नौकरी करते समय उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने में प्रौद्योगिकी और नवाचार बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
मुर्मू ने कहा, ‘‘डिजिटल उपकरण सेवा मुहैया कराने की स्थिति में सुधार से लेकर डेटा-संचालित निर्णय लेने में सक्षम बनाने तक, कुशल, पारदर्शी और नागरिक-अनुकूल शासन प्रणाली बनाने में मदद कर सकते हैं। यह जरूरी है कि आप एआई, ई-गवर्नेंस और डिजिटल फीडबैक तंत्र में नवाचारों को अपनाएं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सरकारी योजनाएं अंतिम छोर तक पहुंचें।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा को परिभाषित करने वाले मूलभूत मूल्यों को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे अपने आचरण में ईमानदारी बनाए रखने, अपने कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और जवाबदेही बनाए रखने का आग्रह करती हूं। आपको सहानुभूति और निष्पक्षता के साथ अधिकार का प्रयोग करना चाहिए। आपसे उम्मीद की जाती है कि आप उदाहरण पेश करेंगे और उन मूल्यों में निहित रहेंगे जो सार्वजनिक सेवा की भावना को दर्शाते हैं।’’
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार मुर्मू ने कहा, ‘यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ और सुरक्षित धरती उपहार में दें। मुझे विश्वास है कि आप इसे सुनिश्चित करने की दिशा में काम करेंगे।’’
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अमित सुरेश
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