नयी दिल्ली, 15 जून (भाषा) हाल में प्रकाशित बच्चों की एक सचित्र पुस्तक केरल के शानदार परिदृश्यों में रोचक साहसिक कार्य के माध्यम से मलयालम स्वरों को सीखना अधिक मजेदार और सुलभ बनाती है।
आदिदेव प्रेस द्वारा प्रकाशित ‘डेविना फाइंड्स हर वॉवेल्स’ युवा डेविना की यात्रा को बयां करती है, जब वह केरल में अपने गृहनगर के माध्यम से एक साहसिक यात्रा पर निकलती है। रास्ते में, वह अप्रत्याशित और रचनात्मक तरीकों से मलयालम स्वरों की खोज करती है- साइनबोर्ड और खेल के मैदानों से लेकर बस टिकट, खानपान की पर्चियों और आदि तक।
इस किताब को एलिजा कीटन ने लिखा है और कोहन कोलम ने चित्रित किया है। कीटन ने एक बयान में कहा, ‘‘डेविना का रोमांच मेरी सबसे अच्छी दोस्त की बेटी को उसकी विरासत की भाषा से जोड़ने के लिए एक हस्तनिर्मित उपहार के रूप में शुरू हुआ। जब मुझे एहसास हुआ कि अधिक बच्चे उसकी कहानियों के माध्यम से मलयालम को जान सकते हैं, तो मैंने भाषा के बारे में उत्सुक किसी भी व्यक्ति के लिए कुछ सुलभ और मजेदार बनाने की कोशिश की।’’
कोलम के मजेदार और रंगीन चित्र पाठकों को एक समृद्ध दृश्य अनुभव प्रदान करते हैं। बच्चों के लिए एक ऑडियोबुक भी है जो मुफ्त में उपलब्ध है और क्यूआर कोड के माध्यम से सुलभ है।
आदिदेव प्रेस के संस्थापक और संपादकीय निदेशक चितवन मित्तल ने कहा, ‘‘आदिदेव प्रेस में हम ऐसी कहानियां बनाने में विश्वास करते हैं जो भारत की समृद्ध भाषाई विविधता का जश्न मनाती हैं, जिससे अगली पीढ़ी के लिए सीखना मज़ेदार और सार्थक हो जाता है। हम अपनी पुस्तकों की बढ़ती हुई सूची में मलयालम सिखाने वाली पुस्तक को शामिल करके रोमांचित हैं, जो भारत की कई भाषाओं को सीखने के अनुभव को मजेदार बनाती हैं।’’
भाषा आशीष नेत्रपाल
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