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Monday, 24 February, 2025
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नेपाल एनएचआरसी ने भारतीय समकक्ष से केआईआईटी मामले में न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह किया

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भुवनेश्वर, 24 फरवरी (भाषा) नेपाल के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने अपने भारतीय समकक्ष से कलिंग औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (केआईआईटी) में एक 20 वर्षीय छात्रा की संदिग्ध मौत की जांच करने और पीड़ित को न्याय दिलाने की अपील की है।

प्रकृति लामसाल की कथित आत्महत्या और उसके बाद केआईआईटी में प्रदर्शनकारी नेपाली विद्यार्थियों पर हमला तथा उन्हें परिसर से बाहर निकाले जाने की घटना पर काफी हंगामा हुआ जिसके बाद नेपाल सरकार को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा।

नेपाल एनएचआरसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि उसने भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को पत्र लिखकर छात्रा की मौत के मामले की निष्पक्ष जांच कराने और उन छात्रों को शीघ्र न्याय दिलाने का अनुरोध किया है जिन्हें कथित तौर पर पीटा गया।

आयोग ने भारतीय एनएचआरसी से आग्रह किया कि नेपाली छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि वे भयमुक्त वातावरण में अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। साथ ही, विश्वविद्यालय अधिकारियों और इस घटना में शामिल अन्य व्यक्तियों पर उचित कार्रवाई की जाए।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्राप्त शिकायतों के आधार पर नेपाल आयोग ने भारत स्थित नेपाल दूतावास से भी घटना और छात्रों की स्थिति के विषय में विस्तृत जानकारी मांगी है।

विज्ञप्ति के अनुसार, एनएचआरसी ने नेपाल सरकार से भी अपील की कि वह इस मामले में आगे कूटनीतिक कदम उठाए और यह सुनिश्चित करे कि छात्र सुरक्षित माहौल में अपनी शिक्षा जारी रख सकें।

नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा देउबा ने 22 फरवरी को ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से फोन पर बात की और नेपाली छात्रों के साथ दुर्वयवहार करने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों को निलंबित करने की मांग की।

ओडिशा सरकार ने केआईआईटी प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे नेपाली छात्रों का विश्वास बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाएं।

देउबा ने 22 फरवरी को ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से फोन पर बात की और जोर देकर कहा कि नेपाली छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को केआईआईटी से हटाया जाए।

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और स्थिति का जायजा लेने के लिए नेपाल दूतावास के दो अधिकारियों को भुवनेश्वर भेजा।

इससे पहले, ओडिशा विधानसभा में चर्चा के दौरान बीजू जनता दल (बीजद) विधायक गणेश्वर बेहेरा ने कहा था कि केआईआईटी में मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है और इस घटना से राज्य व देश की छवि धूमिल हुई है।

भाषा राखी नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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