शिलांग, 15 नवंबर (भाषा) छात्रों, संकाय सदस्यों और शिक्षणेतर कर्मचारियों की ओर से जारी विरोध प्रदर्शन के बीच, पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय (एनईएचयू) के कुलपति प्रोफेसर प्रभा शंकर शुक्ला 29 नवंबर तक छुट्टी पर चले गए हैं।
यह कदम परिसर में अशांति और विरोध प्रदर्शन के दौर के बाद उठाया गया है, जहां छात्र विश्वविद्यालय के “अक्षम” रजिस्ट्रार और सहायक रजिस्ट्रार को बर्खास्त करने में उनकी कथित विफलता के कारण उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को भेजे गए एक ईमेल में शुक्ला ने “अपरिहार्य परिस्थितियों” का हवाला देते हुए घोषणा की कि वह 17 नवंबर से अर्जित अवकाश लेंगे।
उन्होंने अपनी जिम्मेदारियां भी विश्वविद्यालय के सबसे वरिष्ठ प्रोफेसर प्रोफेसर एन. साहा को सौंप दीं।
यह अवकाश केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा विश्वविद्यालय के कथित कुप्रबंधन और प्रशासनिक मुद्दों की जांच शुरू करने के निर्णय के बाद लिया गया है।
जांच का नेतृत्व यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डी.पी. सिंह करेंगे और इसमें असम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर दिलीप चंद्र नाथ भी शामिल होंगे। समिति को अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।
विरोध प्रदर्शनों, जिसमें 10 दिनों से अधिक समय तक चली भूख हड़ताल भी शामिल है, ने एनईएचयू के कामकाज पर काफी प्रभाव डाला है। एनईएचयू में लगभग 5,000 छात्र हैं।
भाषा प्रशांत संतोष
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