नयी दिल्ली, 21 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री एवं कांग्रेस नेता जवाहरलाल नेहरू ‘‘आरक्षण विरोधी’’ थे और विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बीआर आंबेडकर का अपमान किए जाने का दावा इसलिए कर रहा है क्योंकि उसके पास उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री और राजग के प्रमुख घटक हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे विपक्ष के इस दावे के बारे में पूछा गया कि शाह ने राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान आंबेडकर का अपमान किया था।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘उनके (विपक्ष) पास उठाने के लिए कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वे ऐसा कह रहे हैं। हमारे पास देश को राजनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से आगे ले जाने का एजेंडा है।’’
मांझी ने कहा कि शाह ने पूछा था कि कांग्रेस आंबेडकर का नाम तो लेती है लेकिन क्या वह उनका अनुसरण भी करती है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आंबेडकर सम्मान कर रही है जबकि विपक्ष के पास कोई अन्य मुद्दा नहीं है, इसलिए आरोप लगाना उसकी प्रवृत्ति बन गया है।
इससे पहले, यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि देश के पहले प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता जवाहरलाल नेहरू ‘‘आरक्षण विरोधी’’ थे क्योंकि उनका मानना था कि इससे समाज में भेदभाव पैदा होगा।
उन्होंने कहा कि आंबेडकर ने महाराष्ट्र से दो बार चुनाव लड़ा लेकिन नेहरू ने उन्हें हराने वालों का अभिनंदन किया।
भाषा नेत्रपाल माधव
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