रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोविड-19 पॉजिटिव के जितने मामले जुलाई से पहले साढ़े तीन महीने में नहीं मिले उससे ज्यादा पिछले 27 दिनों में मिल चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना कि इसका मुख्य कारण अनलॉकिंग की वजह से लोगों में सामाजिक दूरी के प्रति लापरवाही है.
छत्तीसगढ़ में 17 मार्च को पहला कोविड-19 केस मिलने के बाद अब तक करीब 8257 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. इनमें से 4700 से अधिक जुलाई के 28 दिनों में मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग और राज्य कंट्रोल एण्ड कमांड सेंटर कोविड-19 के अधिकारियों ने दिप्रिंट को बताया कि इसका मुख्य कारण लोगों के द्वारा सामाजिक दूरी के प्रोटोकॉल की अवहेलना और लापरवाही है. अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन अनलॉक होने के बाद लोगों ने सार्वजनिक स्थानों में भीड़ लगाना, बिना मास्क के घूमना और एक दूसरे से खुलकर मिलना शुरू कर दिया था जिसके कारण कोरोना मरीजों की संख्या पिछले एक महीने में तेजी से बढ़ी है.
दिप्रिंट से बात करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कोविड कंट्रोल और कमांड सेन्टर में कांटेक्ट ट्रेसिंग टीम के सदस्य डॉक्टर कमलेश ने बताया, ‘इसमें कोई दो राय नहीं है कि जुलाई में कोरोना मरीजों की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है. लोगों ने अनलॉक के बाद सोशल डिस्टेनसिंग की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई है. बाजारों, सड़कों और मंडियों में बिना मास्क के ही घूमना शुरू कर दिया था, पार्टी और पिकनिक मनाने लगे थे. एक शहर से दूसरे शहरों में घूमने आने लगे. ऐसे में संक्रमण बहुत ही तेजी से बढ़ा और एक महीने में 4500 से ज्यादा पॉजिटिव केस एक महीने के अंदर ही सामने आ गए. हालांकि, इस दौरान सैंपलिंग की संख्या बढ़ी है. लेकिन मुख्य कारण अनलॉक का दौर ही बना जिसकी वजह से सरकार को फिर लॉकडाउन की राह अपनानी पड़ी.’
सेंटर के मीडिया और डाटा प्रभारी डॉक्टर सुभाष पांडेय भी मानते हैं की छत्तीसगढ़ में कोविड 19 मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि का प्रमुख कारण लोगों के द्वारा सामाजिक दूरी के प्रति लापरवाही ही है. हालांकि की पांडेय ने इसका एक कारण पिछले कुछ दिनों में सैंपलिंग की संख्या में हुई वृद्धि को भी बताया है. डॉक्टर पांडेय कहते हैं, ‘जून के मध्य तक सैंपलिंग और जांच की संख्या 3500 के करीब थी जो अब बढ़कर तकरीबन 6500 हो गई है. इस दौरान हमने आरटी पीसीआर, ट्रू नैट और एंटीजन टेस्ट तीनों प्रकार की सैंपलिंग शुरू कर दिया है.
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लेकिन फिर भी लॉकडाउन के दौरान पॉजिटिव मिलने की संख्या 50 के अंदर ही रही जो मंगलवार को 300 के करीब हो गई है. यदि ऐसा ही चलता रहा तो यह संख्या काफी ज्यादा बढ़ सकती है. लोगों यह समझना होग की सोशल डिस्टेनसिंग ही सबसे पुख्ता इलाज है और इसके साथ ही रहना पड़ेगा. त्योहारों में भी एमोशनल डिस्टेनसिंग के बजाय सोशल डिस्टेनसिंग का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा नही तो कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ना तय है.’
6 दिनों में मिले 1800 से ज्यादा मरीज, लॉकडाउन एक हफ्ते और बढ़ा
बता दें कि प्रदेश में 26 जुलाई को अब तक 24 घंटे में मिलने वाले कोरोना मरीजों की संख्या सबसे अधिक 429 पाई गयी थी. इसके साथ ही 22 से 27 जुलाई के बीच छह दिनों ही 1842 कोविड मरीज मिले. जुलाई महीने में रोजाना मिलने वाले पॉजिटिव मरीजों की औसतन संख्या 158 के करीब रही. इसी कारणवश सरकार ने 22 जुलाई से एक सप्ताह के लिए दोबारा लॉकडाउन लागू किया और आज 6 अगस्त तक के लिए और बढ़ा दिया है. सरकार का यह निर्णय सोमवार को लिया गया और आदेश मंगलावर को जारी हुआ.
गौरतलब है की छत्तीसगढ़ में 27 जुलाई तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों की कुल संख्या 7863 थी जो डॉक्टरों के अनुसार आज दिन में 8000 का आंकड़ा पर कर चुकी है. एक्टिव मरीजों की संख्या करीब 2650 है जबकि 5170 से ज्यादा ठीक हो चुके हैं. राज्य में कोरोना संक्रमितों के मौत की संख्या भी 45 हो गई है.