कोयंबटूर, चार फरवरी (भाषा) तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक एवं पार्टी की अखिल भारतीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष वनाथी श्रीनिवासन ने शुक्रवार को कहा कि सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार को ग्रामीण छात्रों के लाभ के लिए तुरंत प्रशिक्षण केंद्र खोलने चाहिए ताकि वे मेडिकल प्रवेश परीक्षा को आसानी से पास कर सकें।
भाजपा नेता का यह बयान चिकित्सा पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के खिलाफ राज्य विधानसभा में पारित विधेयक को राज्यपाल आर एन रवि द्वारा लौटाये जाने के बाद आया है।
श्रीनिवासन ने राज्यपाल द्वारा लिए गए फैसले का स्वागत करते हुए एक बयान में कहा कि केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की सरकार के कार्यकाल के समय ही उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद नीट को प्रस्तुत किया गया था, जिस सरकार में द्रमुक भी एक घटक दल था।
भाजपा नेता ने कहा कि नीट की परीक्षा सीटों के लिए राजनेताओं और अमीर लोगों द्वारा संचालित निजी कॉलेजों द्वारा एकत्रित शुल्क और अत्यधिक फीस को समाप्त करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में मेडिकल प्रवेश परीक्षा का विरोध करने का यही कारण था, क्योंकि राज्य में बड़ी संख्या में निजी मेडिकल कॉलेज हैं।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने ग्रामीण और सरकारी स्कूली छात्रों के लाभ के लिए तमिलनाडु सरकार को एक अलग सीट आरक्षण नीति की आवश्यकता का सुझाव दिया था, उस समय अन्नाद्रमुक की सरकार ने तुरंत इस पर कार्रवाई की और 7.5 प्रतिशत आरक्षित रखा।
श्रीनिवासन ने कहा कि निजी कॉलेजों के पीछे खड़े होने की बजाए राज्य सरकार को वापस किए गए विधेयक को स्वीकार करना चाहिए और ग्रामीण और गरीब छात्रों के लाभ के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोलने चाहिए। भाषा रवि कांत पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.