नई दिल्ली: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) और ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) की परीक्षा की तैयारी में लगे छात्रों के भारी विरोध के बावजूद ये परीक्षाएं स्थगित नहीं होंगी. शिक्षा मंत्रालय ने तय तारीख़ों पर इन्हें कराने का फ़ैसला लिया है.
1 सितंबर से शुरू हो रही इन परीक्षाओं में मुश्किल से 10 दिन का समय बचा है लेकिन इसे अभ्यार्थियों ने स्थगित कराने की मांग करते हुए विरोध शुरू कर दिया है. हालांकि, इस बारे में शिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार देर रात एक बयान जारी करते हुए इनके स्थगन की किसी संभावना पर विराम लगा दिया.
बयान में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फ़ैसले को कोट करते हुए मंत्रालय ने कहा, ‘…परीक्षाएं पूरे एहतियात के साथ ली जाएंगी. ये स्थगित नहीं होने वाली.’ मंत्रालय ने ये बयान इन परीक्षाओं के लिए ज़िम्मेवार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के हवाले से दिए है. एनटीए शिक्षा मंत्रालय के तहत आता है.
परीक्षाओं के स्थगन से जुड़ी याचिका को ख़ारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यही बात कही थी. एनटीए द्वारा जारी किए गए पब्लिक नोटिस के मुताबिक जेईई (मेन) अप्रैल की परीक्षाएं 1-6 सिंतबर और नीट यूजी 2020 की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है.
कोविड-19 के बढ़ने मामलों की वजह से इन परीक्षाओं का भारी विरोध हो रहा है. ट्विटर पर परीक्षा स्थगित कराने को लेकर लगातार ट्रेंड चलाए जा रहे हैं. इस खबर को लिखे जाने तक #PostponeNEET_JEESept ट्रेंड पर 69,000 के करीब ट्वीट्स हुए हैं. #ProtestAgainstExamsInCOVID नाम से ट्रेंड भी चलाया जा रहा है.
I have just spoken to the Minister of Education suggesting that NEET and other exams be conducted after Deepavali. The SC order the other day is not a bar since the Hon’ble Court has left the date to the government. I am sending an urgent letter to the PM just now.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 21, 2020
इस विरोध को भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का भी साथ मिला जिन्होंने पीएम को लिखे एक ख़त में कहा, ‘अगर ये परीक्षाएं होती हैं तो (छात्रों की) आत्महत्याएं होंगी.’ हालांकि एनटीए के अपने तर्क हैं. ताज़ा बयान में संस्था का कहना है कि जेईई मेन्स के लिए इसने 99.07% बच्चों को उनके पसंद का सेंटर दिया है और नीट (यूजी) के मामले में 99.87 प्रतिशत के साथ ऐसा ही किया जाएगा.
इन सबके अलावा एनटीए ने कहा, ‘सेंटर के मैनेजमेंट में लगे सभी लोगों के लिए एनटीएन ने कोविड-19 से जुड़ी व्यापक एडवाइज़री तैयार की है.’
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जेईई (मेन) और नीट अंडरग्रैजुएट परीक्षाओं को स्थगित करने से मना कर दिया था. 11 राज्य के 11 छात्रों द्वारा दाखिल की गई इससे जुड़ी याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि छात्रों के बहुमूल्य समय को व्यर्थ नहीं किया जा सकता.
याचिका में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा 3 जुलाई को जारी नोटिस को खारिज करने की मांग की गई थी. एनटीए द्वारा 3 जुलाई को जारी किए गए इस नोटिस में जेईई (मेन) अप्रैल 2020 और नीट अंडरग्रैजुएट की परीक्षाएं सितंबर में कराने की बात कही गई है.