(ज्ञानेश चव्हाण)
मुंबई, 10 जून (भाषा) राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अनुसार पिछले 11 वर्षों में मुंबई के उपनगरीय ट्रेन नेटवर्क पर 29,970 लोगों की मौत हुई और 30,214 लोग घायल हुए।
जीआरपी के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2014 से मई 2025 के बीच कुल मिलाकर 6,760 यात्री ट्रेन से गिरकर मारे गए और 14,257 घायल हुए।
सोमवार को महाराष्ट्र के ठाणे के पास भीड़भाड़ वाली दो लोकल ट्रेन से गिरकर एक जीआरपी कांस्टेबल सहित चार यात्रियों की मौत हो गई और नौ घायल हो गए।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले 11 वर्षों के दौरान रेलवे ट्रैक पार करते समय 16,087 लोगों की मौत हुई और 3,369 लोग घायल हुए। रेलवे पोल से टकराने के कारण 103 लोगों की मौत हुई और 655 लोग घायल हुए, जबकि रेलवे प्लेटफॉर्म से पटरी पर गिरने से 147 लोगों की मौत हुई और 125 लोग घायल हुए।
आंकड़ों के अनुसार, बिजली के तारों के संपर्क में आने से 181 लोगों की मौत हो गई और 203 लोग घायल हो गए। पिछले 11 वर्षों में 676 लोगों ने रेलवे पटरियों पर अपनी जान दे दी और आत्महत्या का प्रयास करते हुए पांच लोग घायल हो गए।
मुंबई उपनगरीय नेटवर्क पर प्रतिदिन लगभग 75 लाख यात्री यात्रा करते हैं। मुंबई में भीड़भाड़ वाली लोकल ट्रेन के दरवाजों से लटके यात्रियों का नजारा आम है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें लोकल उपनगरीय ट्रेन में दुर्घटनाओं से बचने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उपायों के साथ एक ‘मास्टर प्लान’ पर काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार की घटना के बाद मेरे साथ दो घंटे तक चर्चा की और व्यस्त समय लोकल ट्रेन में भीड़भाड़ की समस्या से निपटने के प्रभावी उपायों पर चर्चा की।’’
भाषा आशीष माधव
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