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Wednesday, 19 February, 2025
होमदेशNDLS भगदड़: 11 महिलाओं सहित 18 की मौत, आधे से अधिक पीड़ित बिहार के निवासी

NDLS भगदड़: 11 महिलाओं सहित 18 की मौत, आधे से अधिक पीड़ित बिहार के निवासी

पीड़ितों को लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल ले जाया गया, जहां मेडिकल टीमों ने आपातकालीन देखभाल प्रदान की. अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात करने का आदेश दिया गया.

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नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुए भगदड़ में महिलाओं और बच्चों को सबसे अधिक नुकसान हुआ, क्योंकि 18 मृतकों में से 16 महिलाएं और बच्चे थे.

इस हादसे में 11 महिलाएं और 5 बच्चे मारे गए, जब रात 8 बजे प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर अफरा-तफरी मच गई, जहां यात्री महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे. मृतकों में सबसे बुजुर्ग 79 वर्षीय महिला थीं, जो बिहार से थीं, जबकि सबसे कम उम्र की पीड़िता दिल्ली की 7 वर्षीय बच्ची थी.

बाकी दो मृतकों में एक 47 वर्षीय और दूसरा 25 वर्षीय पुरुष था, दोनों दिल्ली के रहने वाले थे.

मृतकों में आधे लोग बिहार के सारण, समस्तीपुर, नवादा, वैशाली, परान और बक्सर जिलों से थे. अन्य आठ दिल्ली के संगम विहार, सरिता विहार, बवाना, नांगलोई, सागरपुर, बिजवासन आदि क्षेत्रों से थे, जबकि एक व्यक्ति हरियाणा के भिवानी का निवासी था.

प्रारंभिक रिपोर्टों और चश्मदीदों के अनुसार, एक गलत घोषणा से इस अफरा-तफरी को बढ़ावा मिला. इसके अलावा, रेलवे द्वारा हर घंटे 1,500 सामान्य टिकटों की बिक्री से स्टेशन पर भीड़ अत्यधिक बढ़ गई, जिससे भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया.

दिप्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, स्वातंत्र्य सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस की देरी ने स्थिति को और खराब कर दिया, क्योंकि उनके यात्री भी प्लेटफॉर्म 12, 13 और 14 पर इंतजार कर रहे थे. बताया जा रहा है कि भगदड़ प्लेटफॉर्म 14 और प्लेटफॉर्म 16 के एस्केलेटर के पास शुरू हुई, जिससे स्टेशन पर भारी अफरा-तफरी मच गई.

पुलिस को शनिवार रात 9:55 बजे आपातकालीन कॉल मिली, और अब वे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं ताकि घटना के क्रम को समझा जा सके.

रविवार को रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे, पीटीआई ने रिपोर्ट किया.

पीड़ितों को लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल ले जाया गया, जहां मेडिकल टीमों ने आपातकालीन इलाज दिया. अस्पताल में भारी पुलिस तैनाती का आदेश दिया गया. कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने LNJP अस्पताल का दौरा किया, घायलों से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया.

आतिशी ने केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की यह घटना बेहद दुखद है. न तो केंद्र सरकार और न ही यूपी सरकार लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. प्रयागराज में कोई समुचित व्यवस्था नहीं है और विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ठोस परिवहन योजना का भी अभाव है.”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताते हुए शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की.

प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने भी शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की.

प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. प्रशासन इस घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता कर रहा है.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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