नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) कांग्रेस ने बिहार के औरंगाबाद और कैमूर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभाओं की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने बिहार के भविष्य से खिलवाड़ किया है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि जनता को ‘‘झूठे वादे, झूठे जुमलों की राजग सरकार’’ अब और नहीं चाहिए।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री आज भभुआ और औरंगाबाद में हैं। अपनी आदत के अनुसार वे फिर से खोखले वादों से मतदाताओं को बहकाने की कोशिश करेंगे। लेकिन उससे पहले, उनके पुराने वादे और भाषण उन्हें याद कराना ज़रूरी है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि अक्टूबर, 2015 की विधानसभा चुनाव रैलियों में प्रधानमंत्री ने भभुआ (कैमूर) में कहा था – रोज़गार के लिए औद्योगिक विकास और छोटे उद्योगों की स्थापना करेंगे, बिहार के स्कूलों में आधुनिक कंप्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराएंगे। आइए, प्रधानमंत्री के इन वादों की ज़मीनी हकीकत देखें।’’
कांग्रेस ने कहा, ‘‘बिहार आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार: 2013-14 में बिहार में चालू बड़े कारखानों की संख्या 3,132 थी, जो 2022-23 में घटकर 2,782 रह गई। अर्थात् पिछले 9 वर्षों में कम से कम 350 बड़े उद्योग बंद हुए। देश की कुल चल रही औद्योगिक इकाइयों में बिहार की हिस्सेदारी मात्र 1.34 प्रतिशत है।’’
उनका कहना था, ‘‘बिहार से ही आने वाले केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रम मंत्री जीतन राम मांझी ने लोकसभा में बताया कि देश में 49,342 एमएसएमई इकाइयां बंद हुईं, जिनसे 3,17,641 नौकरियां समाप्त हुईं। इनमें से 2,414 इकाइयां बिहार में बंद हुईं, जबकि वास्तविक संख्या इससे अधिक हो सकती है।’’
रमेश ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी निशाना साधा।
रमेश ने सवाल किया, ‘‘सवाल यह है कि बिहार के भविष्य के साथ ऐसा खिलवाड़ क्यों किया गया? शिक्षा व्यवस्था को राजग सरकार ने इतनी बुरी हालत में क्यों पहुंचा दिया? औरंगाबाद में किए गए वादों का भी सच देख लें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र के विकास के लिए वादों की भरमार की थी, लेकिन न उद्योग आए, न शिक्षा सुधरी,न सिंचाई की स्थिति बदली,न सड़क का काम हुआ। झूठे वादे , झूठे जुमलों की राजग सरकार अब और नहीं।’’
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हक पवनेश
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