नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) बाल अधिकारों के लिए काम करने वाली शीर्ष संस्था राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने एक नाबालिग लड़के के धर्मांतरण में कथित संलिप्तता का आरोप लगाते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से ऑनलाइन गेमिंग मंच ‘फोर्टनाइट’ और तत्काल संदेश भेजने वाले मंच ‘डिस्कॉर्ड’ के खिलाफ जांच की मांग की है।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी सचिव को एक पत्र लिखकर कहा कि एक खबर उनके संज्ञान में आई है जिसमें कहा गया है कि ‘गाजियाबाद में एक मस्जिद की देखरेख करने वाला एक व्यक्ति और मुंबई का एक अन्य व्यक्ति ऑनलाइन गेमिंग मंच फोर्टनाइट के जरिए एक नाबालिग लड़के के धर्मांतरण में शामिल है’।
एनसीपीसीआर ने आरोप लगाया, ‘‘नाबालिग लड़के को पहले गेमिंग मंच फोर्टनाइट के जरिए बातचीत करके फुसलाया गया और दूसरे सोशल मीडिया मंच डिस्कॉर्ड के जरिए धर्मांतरण के लिए गुमराह किया गया।’’
आयोग ने फोर्टनाइट और डिस्कॉर्ड के खिलाफ जांच शुरु करने की अपील की है।
भाषा शोभना ब्रजेन्द्र
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