मुंबई, 25 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र राकांपा (एसपी) के अध्यक्ष जयंत पाटिल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उनके समकक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के बीच हुई बैठक से पाटिल के राजनीतिक रुख को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
पाटिल और राज्य के राजस्व मंत्री बावनकुले दोनों ने इस बात पर जोर दिया कि मुंबई में हुई बैठक के दौरान उन्होंने राजनीति पर चर्चा नहीं की।
पाटिल ने कहा कि उन्होंने सांगली जिले में अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित कार्यों के संबंध में सोमवार शाम बावनकुले से मुलाकात की।
पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हां, मैंने बावनकुले से मुलाकात की। मैं निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित काम के लिए उनसे मिलने गया था। मेरे साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी था और 25 मिनट की मुलाकात के दौरान कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। इसके बजाय, हमने स्थानीय मुद्दों से संबंधित विभिन्न आवेदनों पर ही ध्यान केंद्रित किया।’’
पूर्व मंत्री पाटिल को एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार का कट्टर समर्थक माना जाता है।
पाटिल ने बैठक में सांगली जिले से संबंधित कम से कम 12 मांगें रखीं और भूमि अभिलेखों की ऑनलाइन प्रक्रिया के संबंध में चिंता व्यक्त की।
पाटिल ने कहा, ‘‘यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जो मैं बावनकुले के संज्ञान में लेकर आया।’’ उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण से संबंधित कई मामलों को सुलझाये जाने की जरूरत है।
बावनकुले ने कहा कि राज्य के मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल भी इस बैठक में मौजूद थे।
उन्होंने कहा, ‘‘लगभग 400 से 500 लोग भी मौजूद थे। बैठक में कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई।’’
पाटिल ने हाल में एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद नितिन गडकरी के साथ मंच साझा किया था।
पाटिल की राजनीतिक स्थिति को लेकर अटकलें लगातार सामने आ रही हैं। इस्लामपुर से विधायक ने व्यंग्यात्मक लहजे में मीडिया से कहा था कि वे यह खबर न चलाएं कि गडकरी राकांपा (एसपी) में शामिल हो रहे हैं।
भाषा देवेंद्र माधव
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